Flower farming
रमेश शर्मा, पत्थलगांव
Flower farming: पत्थलगांव का एक छोटा सा गांव बिच्छीकानी में बड़े पैमाने पर फूलों की व्यवसायिक खेती से प्रेरित होकर अब अब आसपास के अन्य किसानों ने भी टमाटर उत्पादन का रकबा कम करके फूलों की खेती को अपना लिया है। कोलकोता से आने वाली ट्रेनों की लगातार लेटलतीफी के मुकाबले में यहां से नियमित छत्तीसगढ़ के महानगरों के लिए रात्रिकालीन बस सेवा से भी किसानों को फूलों की आपूर्ति करने में अच्छा सपोर्ट मिल गया है।
कमा रहे अच्छा मुनाफा
पत्थलगांव और कांसाबेल क्षेत्र में किसानों को उद्यान विभाग व्दारा फूलों की खेती के लिए समझाईश दी गई थी। इसके बाद अब अच्छे परिणाम दिखने लगे हैं। यहां फूलों की व्यवसायिक खेती करने वाले किसानों के पास हर मौसम में फूलों की मांग बनी रहने से ये किसान काफी खुश हैं।
Flower farming: फूलों की खेती करने वाले किसान मोती बंजारा का कहना है कि इन दिनों चुनावी मौसम के साथ दीपावली त्यौहार के मद्देनजर झारखंड और छत्तीसगढ़ के दूसरे महानगरों में भी फूलों की आपूर्ति कर अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं। पत्थलगांव इलाके में अन्य किसानों ने भी टमाटर उत्पादन का रकबा कम करके फूलों की खेती को अपना लिया है।