Symptoms of Anxiety Disorder in hindi: नई दिल्ली। आजकल की बदलती लाइफ स्टाइल में व्यक्ति काफी कुछ अनुभव करने लगा है। कभी काम का प्रेशर तो कभी घर या फिर अपना कोई पर्सनल परेशानियों को लेकर काफी बैचेन होने लगा है। तरह तरह के निगेटिव विचार मन में चलने लगते हैं। वैसे भी ऐसे लाइफ स्टाइल में चिंता यानी एंग्जायटी आखिर किसे नहीं होती? हर व्यक्ति को किसी घटना, स्थिति को लेकर डर या चिंता रहती है। लेकिन अगर चिंता का स्तर लंबे वक्त तक बना रहे, या व्यक्ति इसे इग्नोर करें, तो यह एंग्जायटी अटैक का रूप ले लेती है।
एंग्जायटी अटैक में व्यक्ति हर वक्त चिंता, डर और बेचैनी का अनुभव करता है। उसकी दिल की धड़कन तेज होने लगती है और घुटन की हद तक सांस फूलने लगती है। कई बार लोग काफी दिनों, हफ्तों, महीनों या सालों तक किसी बात को लेकर टेंशन में रहते हैं। ऐसे में एंग्जाइटी डिसऑर्डर हो सकता है। इस डिसऑर्डर के होने पर कई सारे लक्षण नजर आते हैं।
– घबराहट और बेचैनी होना
– बहुत अधिक पसीना आना
– हार्ट बीट का अचानक तेज होना
– शरीर कांपना
– मांसपेशियों में ऐंठन
– कमजोरी और सुस्ती महसूस होना
– अनिद्रा, सोचने में परेशानी होना
– सही से किसी काम में ध्यान न लगा पाना
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– ऐसे माहौल से दूर रहें जिसकी वजह से आपका मानसिक तनाव बढ़ें। ऐसे काम से बचें जिससे तनाव और स्ट्रेस बढ़ता है।
– मन का शांत करने और एंग्जाइटी से बचने का एक बेहतर उपाय है कि योग और ध्यान करें।
– अगर आप धूम्रपान करते हैं तो इसे बंद कर दें। धूम्रपान के साथ ही अधिक कैफीन युक्त पेय पदार्थों का सेवन बंद कर दें।
– चिंता के कारण नींद नहीं आती है लेकिन आपको सोने की कोशिश करनी चाहिए। इससे आपका दिमाग कुछ देर के लिए शांत रहता है।
– दोस्तों और परिवार के लोगों से बातचीत करें लेकिन नकारात्मक लोगों से दूर रहें। वह आपके तनाव को और अधिक बढ़ा देंगे।
– इनके अलावा आप किसी थेरेपिस्ट या डॉक्टर की सलाह लें सकते हैं। थेरेपिस्ट की मदद से एंग्जायटी को आसानी से दूर कर सकते हैं।
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