Kidney Cancer: आए दिन भारत समेत दुनिया भर में कैंसर के मरीज बढ़ते जा रहै है, आज भी बहुत से ऐसे केसे है जिनमें कैंसर के बारे में लेट पता चलता है। अक्सर लोग छोटे छोटे लक्षणों को नजरअंदाज करते है जैसी शरीर के किसी भी हिस्से में छोटी गांठ।
इन लक्षणों में कभी कभी पेशाब का बदला रंग भी शामिल है, क्योंकि ये किडनी के कैंसर का कारण हो सकता है लेकिन लोग इसे शरीर में पानी की कमी से जोड़ देते है या फिर पेशाब में इंफेक्शन।
लेकिन इसे नजरअंदाज करना बड़ा भारी पड़ सकता है। क्योंकि ये किडनी की बिमारी हो सकती है जिसे लंबे समय तक नजरअंदाज करने से ये कैंसर का रुप ले सकता है, पेशाब के रंग के जरिए ही पता चल जाता है कि किडनी में कोई बीमारी पनप रही है। किडनी में खराबी का अंदाजा यूरिन संबंधी दिक्कतों से लगाया जा सकता है जैसे बार-बार पेशाब आना। पेट के निचले हिस्से में दर्द होता है। पेशाब से जलन और झाग आना।
किडनी संबंधित इन दिक्कतों का कारण खानपान की खराब आद है, कभी कभी किडनी में पनप रहा ट्यूमर बाद में कैंसर का रूप ले लेता इसका अंदाजा भूख में कमी, वजन का लगातार काम होना, हड्डियों में दर्द या एनीमिया के लक्षण होना है। यदि आप सिगरेट पीते है ये आदत भी किडनी के कैंसर का कारण बन सकती है, हाई बीपी कंट्रोल करने की जरुरत है
WHO की रिपोर्ट की माने तो, बीते 10 सालों में दुनियाभर में किडनी के कैंसर के मरीजों की संख्या 20 फीसदी तक बढ़ गई है। इसका बड़ा कारण खराब खानपान और बिगड़ा हुआ लाइफस्टाइल है। पेशाब से खून आने पर फौरन डॉक्टर को तलब करने की जरुरत है।
हालंकि कुछ आसान उपाययों ने ऐसी गंभीर बीमारियों से बचा जा सकता है जैसे दिन में कम से कम आठ ग्लास पानी पिएं, शराब का सेवन कम करें, न करें तो सबसे बेहतर, और फिर रोजाना एक्सरसाइज करने से आप हर तरह की बीमारियों से बच सकते है।
Follow us on your favorite platform: