चंडीगढ़: हरियाणा विधानसभा चुनाव के बाद मतगणना पूरी हो चुकी है। भाजपा ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 48 सीटें हासिल की है जबकि कांग्रेस को 37 जबकि अन्य दलों को पांच सीटें मिली है। (What is the main reason for Congress’ defeat in Haryana elections?) इस परिणाम से पहले सभी सर्वे में कांग्रेस के जीत के दावे किये गए थे जबकि भाजपा को करारी हार मिलने की आशंका जताई गई थी लेकिन, नतीजों के सामने आने के बाद सभी आकलन और सर्वे पूरी तरह गलत साबित हुए और हरियाणा की जनता ने प्रधानमंत्री के विकास मन्त्र पर अपना पूरा भरोसा जताया।
इस जीत ने भाजपा ने उत्साह का संचार कर दिया हैं। लोकसभा चुनाव में मिली हार के निराशा को पीछे छोड़कर कार्यकर्ता जश्न में डूबे हुए हैं। इस जीत के बाद प्रधानमंत्री ने भी कांग्रेस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया और जमकर निशाना भी साधा। उन्होंने कांग्रेस को परजीवी पार्टी बताते हुए कहा कि वह जिस भी सहयोगी के साथ चुनाव लड़ती हैं उसकी नैय्या डुबो देती है।
बहरहाल इस बड़ी हार के बाद कांग्रेस के भीतर हड़कंप का माहौल हैं। पार्टी इन नतीजों की समीक्षा की बात कह रही है तो हमेशा की तरह इस जीत के लिए वह चुनाव आयोग की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर रही। (What is the main reason for Congress’ defeat in Haryana elections?) इतना ही नहीं बल्कि कांग्रेस इस बार भी एवीएम की गड़बड़ी का दावा कर रही है।
कांग्रेस के प्रवक्ता पवन खेड़ा के दावे और भी ज्यादा हैरान करने वाले हैं। उन्होंने इस बार हार के लिए ईवीएम की बैटरी को वजह बताते हुए दावा किया हैं कि, हरियाणा चुनाव के नतीजे बिल्कुल अप्रत्याशित और अस्वीकार्य हैं। हिसार, महेंद्रगढ़ और पानीपत जिलों से लगातार शिकायतें आ रही हैं कि यहां EVM की बैट्री 99% थी। इन जगहों पर कांग्रेस को हराने वाले नतीजे आए। वहीं, जिन मशीनों को नहीं छेड़ा गया और जिनकी बैट्री 60%-70% थी, वहां हमें जीत मिली। हम इन सारी शिकायतों को लेकर चुनाव आयोग जाएंगे। ये तंत्र की जीत और लोकतंत्र की हार है, हम इसे स्वीकार नहीं कर सकते।
हरियाणा चुनाव के नतीजे बिल्कुल अप्रत्याशित और अस्वीकार्य हैं।
हिसार, महेंद्रगढ़ और पानीपत जिलों से लगातार शिकायतें आ रही हैं कि यहां EVM की बैट्री 99% थी। इन जगहों पर कांग्रेस को हराने वाले नतीजे आए।
वहीं, जिन मशीनों को नहीं छेड़ा गया और जिनकी बैट्री 60%-70% थी, वहां हमें जीत… pic.twitter.com/5A2MIWH44o
— Congress (@INCIndia) October 8, 2024