नई दिल्ली। हरियाणा विधानसभा चुनाव में मिली अप्रत्याशित जीत के बाद जहां देशभर में भाजपा के कार्यकर्ता जश्न में डूबे हुए हैं तो वही कांग्रेस इस हार को स्वीकारने के बजाये आरोप-प्रत्यारोप में जुटी हुई है। (India Alliance will break after Haryana results?) कांग्रेस नेताओं को यकीन ही नहीं हो रहा कि सर्वे, पोल्स और आकलन कैसे गलत हो सकते है लिहाजा वे भाजपा पर EVM में गड़बड़ी कर चुनाव में जीत हासिल करने का आरोप लगा रहे है। खुद राहुल गांधी नेअपने ट्वीट में चुनाव आयोग से शिकायत की बात कही है।
लेकिन यह बवाल सिर्फ कांग्रेस के भीतर ही नहीं बल्कि पूरे INDIA गठबंधन में देखा जा रहा है। नेताओं को लगता है कि अगर कांग्रेस और आप ने गठबंधन कर यह चुनाव लड़ा होता तो नतीजे कुछ और ही होते। लेकिन चुनाव पूर्व दोनों दलों के बीच सहमति नहीं बन पाई थी जिसकी नाराजगी अब सामने आई है। आम आदमी पार्टी के सांसद और दिग्गज नेता संजय सिंह ने गठबंधन नहीं बड़ा बयान दिया है।आशंका जताई जा रही है कि उनके इस ताजा बयान से कांग्रेस, आप और पूरे INDIA गठबंधन में फूट पड़ सकती है।
पार्टी के सांसद संजय सिंह ने कहा, “आम आदमी पार्टी क्या कह रही थी? हमारे साथ समझौता करिए और हम दोनों मिलकर बीजेपी को हरा सकते हैं। समाजवादी पार्टी ने भी कोशिश की। उन्होंने न तो आप को साथ लिया न सपा को. कांग्रेस को आत्ममंथन करना चाहिए।” (India Alliance will break after Haryana results?) उत्तर प्रदेश का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा, “उत्तर प्रदेश में जब कांग्रेस के दो विधायक थे, समाजवादी पार्टी ने उसे 17 सीटें दीं। हमने उत्तर प्रदेश में गठबंधन को बिना शर्त समर्थन दिया था। हम किसी भी सीट पर चुनाव नहीं लड़े फिर भी अरविंद केजरीवाल ने चुनाव प्रचार किया था।” उन्होंने कहा, “अगर अखिलेश यादव और अरविंद केजरीवाल ने हरियाणा में चुनाव प्रचार किया होता तो कांग्रेस को फायदा ही होता।”
टीएमसी ने भी साधा निशाना
लेकिन कांग्रेस के रूख से सिर्फ आम आदमी पार्टी ही नहीं बल्कि ममता बनर्जी की टीएमसी भी खासी नाराज है। सीटों के बंटवारे पर कांग्रेस रूख पर तृणमूल कांग्रेस के सांसद साकेत गोखले ने कहा कि सीट शेयरिंग को लेकर कांग्रेस का रुख़ ‘आक्रामक’ रहा है।
गोखले ने एक्स पर लिखा, “बस यही व्यवहार (कांग्रेस की) चुनावी हार का कारण बनता है- ये मान लेते हैं कि जहां हम जीत रहे हैं और किसी दूसरी क्षेत्रीय पार्टी के साथ सीटें साझा नहीं करेंगे। लेकिन जिस राज्य में मजबूत नहीं हैं, वहाँ क्षेत्रीय पार्टियां हमें सीट दें। ” (India Alliance will break after Haryana results?) पार्टी की राज्यसभा सांसाद सागरिका घोष ने कहा, “आप लोकसभा परिणामों को देखें। इंडिया गठबंधन ने उन राज्यों में अच्छा किया जहां कांग्रेस का क्षेत्रीय पार्टियों से गठबंधन था। क्षेत्रीय पार्टियां ही बीजेपी को चुनौती दे रही हैं। कांग्रेस को ये समझना होगा और आने वाले चुनावों में उनसे बेहतर तालमेल करना होगा।”