श्रीनगर: जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। करीब एक दशक बाद यहां के मतदाताओं को मतदान का मौका मिलने जा रहा हैं। (How much will the picture of Jammu and Kashmir change with BJP’s promises?) घाटी में शान्ति स्थापित होने के बाद सुप्रीम कोर्ट के दिशानिर्देश पर पुनर्गठित जम्मू-कश्मीर में यह चुनाव हैं। धारा 370 के हटने और पाकिस्तानी दखलंदाजी लगभग ख़त्म हो चुकी हैं ऐसे में यहां होने जा रहा चुनाव कई मायनो में खास हैं। यह इस बात का परिचायक भी है कि दशकों तक आतंक, असुरक्षा और अशांति के आग में झुलसने वाला जम्मू कश्मीर अपने भारत देश के साथ लोकतंत्र की दिशा में कदम से कदम मिलाकर आगे बढ़ चला है।
अब बात करते हैं जम्मू कश्मीर के लिए सियासी दलों के चुनावी घोषणाएं की। इस बार के चुनाव से पहले कांग्रेस समेत पीडीपी, नेशनल कांफ्रेंस और भाजपा ने भी राज्य की जनता के लिए कई वादे किये हैं। बात अगर बीजेपी के मेनिफेस्टो की करें तो भगवा पार्टी ने जम्मू और कश्मीर में सरकार बनाने पूरी ताकत झोंक दी हैं। बीजेपी की नजर राज्य के हिन्दू मतदाताओं पर हैं। इसके अलावा पार्टी ने राज्य के युवाओं, महिलाओं, किसान, मजदूर और व्यपारी और नौकरीपेशा लोगों के लिए कई बड़े और महत्वपूर्ण वादे किये हैं। तो आइये जानते हैं क्या है ये वादे और किस तरह यह राज्य की दशा-दिशा बदलने में कारगर साबित होगी।
भाजपा ने अपने फोकस में राज्य के आय के प्रमुख स्रोत यानी पर्यटन को बढ़ावा देने की बात कही हैं। इसके साथ ही बीजेपी ने राज्य में टूरिज्म को प्रोत्साहित करने कई बड़े विकास कार्यों और अधोसंरचना निर्माण से जुड़े वादों को अपने मेनिफेस्टो में शामिल किया है। इसके तहत श्रीनगर शहर की डल झील को विश्वस्तरीय पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करेंगे और जल क्रीड़ा को बढ़ावा देने, (How much will the picture of Jammu and Kashmir change with BJP’s promises?) श्रीनगर के टैटू ग्राउंड में मनोरंजन पार्क बनाने, डोडा, किश्तवाड़ा, रामबन, राजौरी, पुंछ, उधमपुर और कठुआ के ऊपरी क्षेत्रों में पर्यटन उद्योग को बढ़ावा देने की बात कही है।
इसी तरह भाजपा ने कहा हैं कि सरकार बनने पर वह कश्मीर घाटी में गुलमर्ग और पहलगाम को आधिनिक पर्यटन शहर के रूप में विकसित करेंगे और इसके लिए बुनियादी ढांचे को बढ़ाएंगे, तवी रिवरफ्रंट का विकास अहमदाबाद के साबरमती रिवरफ्रंट की तर्ज पर करेंगे। इसी तरह रणजीत सागर बांध बसोहली (कठुआ) के लिए एक अलग झील विकास प्राधिकरण बनाकर पर्यटन को बढ़ावा देंगे।
बीजेपी के इन वादों पर पर्यटन सेक्टर से जुड़े लोगों की भी महत्वपूर्ण प्रतिक्रिया सामने आई हैं। इलाके में गाइड के तौर पर सेवा देने वाले शख्स ने कहा, “बीजेपी के घोषणापत्र में पर्यटन को बढ़ावा देने की योजना हमारे लिए एक नई उम्मीद है। इससे जम्मू के पर्यटन स्थलों को वैश्विक मानचित्र पर लाया जाएगा और स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे।” इसी तरह एक होटल व्यवसायी ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा, “वह भाजपा के घोषणाओं और योजनाओं से उत्साहित हैं। “अगर पर्यटन को सही से विकसित किया जाए, तो इससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को बड़ा फायदा होगा और हमारे होटल जैसे छोटे व्यवसायों को भी बढ़ावा मिलेगा।”
पर्यटन के अलावा भाजपा के लिए इस बार जम्मू कश्मीर के लिए सबसे बड़ा मुद्दा स्थानीय नागरिकों की बुनियादी सुविधायें भी हैं। शहरी क्षेत्रों के आम वोटरों को लुभाने भाजपा ने आमजनों को कई तरह की छूट और सुविधाएँ देने का वादा किया है। बीजेपी के मेनिफेस्टो के अनुसार उन्होंने उपभोक्ताओं के बिजली और पानी के बकाया बिलों की समस्या के समाधान के लिए योजना बनाने, जल जीवन मिशन ‘हर घर नल से जल’ अभियान के तहत जम्मू-कश्मीर के सभी घरों में पेयजल उपलब्ध कराने, (How much will the picture of Jammu and Kashmir change with BJP’s promises?) प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के माध्यम से परिवारों को मुफ्त बिजली उपलब्ध कराएंगे, जिसमें सौर उपकरण की स्थापना के लिए ₹10,000 की सब्सिडी दिए जानें के वादों को शामिल किया है।
भाजपा ने जम्मू कश्मीर में महिला वोटरों को लुभाने कई योजनाओं को शुरू करने का जिक्र अपने मेनिफेस्टों में किया हैं। हमने देखा हैं कि पिछले चुनावों में महिलाओं ने निर्णायक भूमिका निभाई है। जाहिर हैं भाजपा जम्मू की मातृशक्ति को साधकर सत्ता के रास्ते को आसान करने में जुटी हुई हैं। यही वजह हैं कि पीएम मोदी के निर्देश पर भाजपा ने मां सम्मान योजना के तहत हर घर की सबसे वरिष्ठ महिला को प्रति वर्ष 18000 रुपये देने, उज्ज्वला लाभार्थियों को हर साल दो मुफ्त एलपीजी सिलडेंर दिए जाने और महिला स्वयं सहायता समहों के बैंक ऋण पर ब्याज के विषय पर राज्य सरकार द्वारा सहयोग किये जाने की बात कही है।
भाजपा के इन वादों से महिलाओं में उत्साह भी नजर आने लगा हैं। आरएस पुरा की एक गृहणी ने बताया, “बीजेपी ने बुजुर्ग महिलाओं के लिए 18,000 रुपये की वित्तीय सहायता की योजना बनाई है। पिछले सरकारों ने कभी हमारी इस तरह की जरूरतों पर ध्यान नहीं दिया, लेकिन अब हमें सुकून मिला है कि हमारी मदद की जाएगी।” इसी तरह उधमपुर की एक हाउस वाइफ ने मां सम्मान योजना पर कहा, “हमारे लिए यह योजना एक नई उम्मीद लेकर आई है। पहले हमें सरकारी योजनाओं का कोई फायदा नहीं मिला था, लेकिन अब हमें विश्वास है कि हमारी ज़रूरतों को पूरा किया जाएगा।”
भाजपा के लिए जम्मू कश्मीर में सबसे बड़ा मुद्दा रोजगार रहा हैं। लम्बे वक़्त तक आतंक के साये में रहे जम्मू के युवा पाकिस्तान पोषित चरमपंथियों के लिए सबसे आसान लक्ष्य रहे है। (How much will the picture of Jammu and Kashmir change with BJP’s promises?) रोजगार के नाम पर उन्हें आतंक के रास्ते पर धकेलने या फिर उन्हें कटटरपंथ के राह पर ले जाकर भारतीय सेना के खिलाफत के लिए मजबूर किया गया। इसके पीछे सबसे बड़ी वजह राज्य में रोजगार के अवसरों की कमी को माना गया, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहाँ के मानव संसाधन को सही दिशा में आगे बढ़ाने उन्हें शिक्षित करते हुए रोजगार उपलब्ध कराये जाने का प्रयास शुरू किया हैं। इसकी झलक भाजपा के मेनिफेस्टो में भी देखने को मिलती हैं।
बीजेपी ने अपने घोषणापत्र में कई अहम वादों को शामिल किया है जिनमें पंडित प्रेम नाथ डोगरा रोजगार योजना के माध्यम से 5 लाख रोज़गार अवसरों का उत्सर्जन करने, JKPSC व UPSC जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में युवाओं को सक्षम बनाने, निष्पक्ष और न्यायपूर्ण भर्ती प्रक्रिया के साथ समय पर साक्षात्कार सुनिश्चित करने, 2 वर्षों के लिए ₹10,000 तक की कोचिंग फीस दिए जाने और परीक्षा केन्द्रों तक सफर-संबंधी खर्च और एकमुश्त आवेदन शुल्क की प्रतिपूर्ति हैं।
भाजपा के इन वादों से राज्य के युवाओं में उत्साह साफ़ देखा जा रहा हैं। लोकसेवा परीक्षा की तैयारी में जुटे भद्रवाह के एक युवा छात्र ने इन वादों पर कहा, “बीजेपी ने कहा है कि वे कोचिंग फीस की भरपाई करेंगे और छात्रों को लैपटॉप देंगे। यह वाकई में एक बड़ा बदलाव है। पिछली सरकारों ने हमारे जैसे छात्रों के लिए कभी कोई ठोस योजना नहीं बनाई, लेकिन अब हम अपने भविष्य को लेकर आश्वस्त हैं।” इसी तरह कठुआ की कॉलेज छात्रा का कहना है कि “प्रगति शिक्षा योजना के तहत हमें यात्रा भत्ता मिलेगा और यह मददगार होगा। अब हमें पढ़ाई में कोई समस्या नहीं आएगी।”
इसके अतिरिक्त बीजेपी ने जम्मू कश्मीर के लिए कई और भी महत्वपूर्ण संकल्पों को सामने रखा है जिनमें, अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लक्ष्य के साथ जम्मू क्षेत्र में सरकारी योजनाओं व शिल्प कार्यक्रमों की परिपूर्णता की निगरानी करने के लिए तीन क्षेत्रीय विकास बोर्ड की स्थापना किये जानें, जम्मू शहर में विशेष आर्थिक क्षेत्र (SEZ) के रूप में आईटी हब (IT Hub) की स्थापना करने और उधमपुर में फार्मास्युटिकल पार्क और किश्तवाड़ में आयुष हर्बल पार्क की स्थापना करने संबंधी वादे शामिल है।
भाजपा के अन्य संकल्पों में जम्मू-कश्मीर में मौजूदा 7,000 MSME Units की मौजूदा समस्याओं के समाधान के लिए एक नई नीति तैयार करने, (How much will the picture of Jammu and Kashmir change with BJP’s promises?) वर्तमान बाजारों और कमर्शियल स्थानों पर काम कर रहे छोटे व्यापारियों और दुकानदारों के लीज डीड के नियमितीकरण से संबंधित मुद्दों को समयबद्ध तरीके से निपटाने और छोटी इकाइयों व मजदूरों की समस्याओं का निवारण करने के लिए कठोर कदम उठाए जाएंगे।