मुंबई । लंबे इंतजार के बाद फाइनली अजय देवगन की ‘दृश्यम 2’ रिलीज हो गई है। फिल्म का हाइप फैंस के बीच काफी ज्यादा है। इस फिल्म को फैंस काफी ज्यादा पसंद कर रहे है। फिल्म का निर्देशन अभिषेक पाठक ने किया है। वहीं बीजीएम और म्यूजिक की कमान साउथ के सुपरहिट म्यूजिक डायरेक्टर देवी श्री प्रसाद के हाथों में है। डीएसपी का म्यूजिक आपको पूरी तरह से सीट में बांध कर रखेगी।
‘दृश्यम 2’ की कहानी वहीं से शुरु होती है। जहां से ‘दृश्यम पार्ट वन’ की कहानी खत्म होती है। विजय सालगांवकर अब काफी अमीर बन चुका है। उसके पास खुद का एक सिनेमाघर भी है। विजय अपनी पत्नी और दो बेटियों के साथ शांति पूर्वक जीवन जी रहा होता है। तभी फिल्म में नए आईजी यानि अक्षय खन्ना की एंट्री होती है। यहीं से फिल्म की मेन कहानी शुरु होती है। अक्षय का किरदार फिल्म की जान है। उसके बगैर ‘दृश्यम 2’ की कल्पना करना भी पाप है। आईजी साहब फिर से समीर देशमुख का केस खोलते है। उसके बाद विजय कैसे अपने परिवार को सेव करता है। यही फिल्म की कहानी है।
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‘दृश्यम’ पार्ट वन के रिलीज होने के लगभग सात साल बाद ‘दृश्यम 2’ बड़े पर्दे पर आई है। फिल्म के पहले पार्ट को जहां दिवंगत डायेरक्टर निशिकांत कामत ने डायरेक्ट किया है। वहीं दूसरे पार्ट को अभिषेक पाठक ने डायरेक्ट किया है। ‘दृश्यम 2’ आपको कहीं पर भी बोर नहीं करती।
अजय की अदायगी, श्रिया शरण का डर और अक्षय खन्ना का स्वैग ‘दृश्यम 2’ को इस साल रिलीज होने वाली सभी फिल्मों से खास बनाती है। सौरभ शुक्ला का किरदार फिल्म का की प्वाइंट है। उनका रोल भले ही छोटा हो लेकिन उसकी अहमियत लीड कैरेक्टर्स जितनी ही है। तब्बू का रोल पहले पार्ट की तुलना छोटा है लेकिन काफी दमदार है। ‘दृश्यम 2’ पूरी तरह से अजय और अक्षय खन्ना के कंधों में टिकी हुई है। पूरी फिल्म में अक्षय़ खन्ना छाए रहते है लेकिन लास्ट 20 मिनट अजय और सौरभ शुक्ला के नाम है।
अगर आपको दृश्यम पार्ट वन पसंद आई है तो ये फिल्म आपके लिए किसी त्योहार से कम नहीं। यदि आप अक्षय खन्ना के डाई हार्ड फैन है तो ये फिल्म आपको देखने ही चाहिए। बाकि फिल्म अच्छी है इसे आपको देखना चाहिए।
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