hindi.thequint.com नई दिल्लीः उत्तर प्रदेश की वाराणसी लोकसभा सीट से नामांकन दाखिल करने के बाद पीएम मोदी ने एक चैनल को दिए गए साक्षात्कार में पीएम मोदी ने दावा किया कि वे ज्यादा बच्चे पैदा करने वालों लोगों के लिए हिंदू-मुसलमान शब्द का उपयोग नहीं करते हैं। अब इसके बाद सोशल मीडिया पर कई तरह चर्चाएं शुरू हो गई है। लोग पीएम मोदी के इस बयान के बाद अनुमान लगा रहे हैं कि पीएम मोदी सांप्रदायिक नही है। अब सवाल यह उठ रहा है कि क्या पीएम मोदी का यह दावा सच है। क्या सच में वे हिंदू-मुसलमान नहीं करते हैं?
इंटरव्यू में चैनल की एंकर पीएम मोदी से सवाल करती हैं कि स्टेज पर आपने जब मुसलमानों का जिक्र किया तो घुसपैठिया, ज्यादा बच्चे पैदा करने वाला, इसकी क्या जरूरत आन पड़ी? इस सवाल के जवाब में पीएम मोदी ने कहा मैं हैरान हूं जी। जब ज्यादा बच्चों की बात होती है तो सिर्फ मुसलमानों की बात जोड़ देते हैं। क्यों मुसलमानों के साथ अन्याय करते हैं आप ? उनके बच्चों को पढ़ा नहीं पा रहे हैं। किसी भी समाज के हों। गरीबी जहां है वहां बच्चे भी ज्यादा हैं। इसके बाद एंकर सवाल करती हैं कि ”आप कह रहे हैं मुसलमान अलग था, ज्यादा बच्चे पैदा करने वाली बात अलग?”। तब पीएम कहते हैं। ”मैंने ना हिंदू कहा है ना मुसलमान कहा है, मैंने कहा है कि इतने बच्चे हों जिसका आप लालन पालन कर सकें। सरकार को करना पड़े ऐसी स्थिति मत करो।” 18:05 मिनट पर प्रधानमंत्री कहते हैं ”मैं जिस दिन हिंदू – मुसलमान करूंगा, मैं सार्वजनिक जीवन में रहने योग्य नहीं रहूंगा।”
पड़ताल और निष्कर्ष
hindi.thequint.com की फैक्ट चेकिंग टीम ‘वेबकूफ’ ने पीएम के इस दावे की पड़ताल की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने हालिया भाषणों में कई बार हिंदू और मुसलमान शब्द का इस्तेमाल किया है। हमने प्रधानमंत्री के पिछले एक हफ्ते के भाषण ही सुने तो उनमें हमें 5 बार हिंदू – मुसलमान शब्द का इस्तेमाल मिला। यही नहीं, बीजेपी के ऑफिशियल सोशल मीडिया हैंडल्स से लोकसभा चुनाव 2024 की वोटिंग शुरू होने के बाद यानी 19 अप्रैल 2024 के बाद कई बार हिंदू – मुसलमान शब्द का इस्तेमाल किया गया है। जिस दिन प्रधानमंत्री ने ये दावा किया कि वो हिंदू मुस्लिम नहीं करते, उसके अगले ही दिन 15 मार्च को महाराष्ट्र में दिए एक भाषण में उन्होंने कांग्रेस पार्टी पर ये आरोप लगाया कि वो 15% बजट मुसलमानों पर खर्च करना चाहती है।
क्विंट हिंदी ने पीएम मोदी के कई जगहों के चुनावी भाषणों का भी उल्लेख किया है, जिसमें पीएम मोदी हिंदू और मुसलमान की बातें कर रहे हैं। 15 मई 2024 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी महाराष्ट्र के डिंडोरी में दिए इस भाषण में 13:25 मिनट के बाद प्रधानमंत्री कहते हैं ”कांग्रेस उस समय चाहती थी कि देश के बजट का 15% सिर्फ मुसलमानों पर खर्च हो।”
इसके बाद वे 13 मई 2024 को बिहार के हाजीपुर में एक सभा को संबोधित किया। अपने भाषण के 9:25 मिनट पर प्रधानमंत्री कहते हैं कि आरजेडी-कांग्रेस की प्राथमिकता, आप लोग नहीं, बल्कि उनका अपना वोट बैंक है। अभी आपने सुना होगा, बिहार में जंगलराज लाने वाले जो व्यक्ति हैं, जो चारा घोटाले में अदालत ने सजा की हुई है, गुनहगार माना है। उन्होंने कहा कि मुसलमानों को आरक्षण दिया जाना चाहिए, वो भी पूरा का पूरा। यानि दलितों-पिछड़ों-आदिवासियों को मिलने वाला पूरा आरक्षण। ये अब सिर्फ मुसलमानों को देना चाहते हैं।
इसी तरह पीएम मोदी ने पश्चिम बंगाल में 12 मई, 2024 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने इस भाषण में 19:53 मिनट पर कहा कि TMC के MLA खुलेआम हिंदुओं को धमकी देते हैं। वो कहते हैं कि यहां हिन्दू कम बचे हैं, हम हिंदुओं को भागीरथी में डुबो देंगे। TMC उसका भी बचाव करती है, उसे सही ठहराती है। तुष्टीकरण का ऐसा खुला खेल, इतना अमानवीय चेहरा।
(This story was originally published by https://hindi.thequint.com/ Fact Check Desk, as part of the Shakti Collective. Except for the headline/excerpt/opening introduction para this story has not been edited by IBC24.in staff)
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