नई दिल्लीः Morarji Desai presented budget 10 times मोदी सरकार 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले अपना आखिरी पूर्ण बजट पेश करेगी। एक फरवरी को सुबह 11 बजे से केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतरमण का भाषण शुरू होगा। ब्रिटिश शासन के दौरान भारत का पहला बजट पेश किया गया। पहली बार 7 अप्रैल 1860 में भारत में बजट पेश किया गया। 1947 से लेकर अब तक 89 बार बजट पेश किया गया है। देश की वित्तीय सेहत की जिम्मेदारी उठाने के लिए आजाद भारत के इतिहास में अब तक 34 वित्त मंत्री बन चुके हैं।
Read More : Holashtak 2023: इस दिन से शुरू होगा होलाष्टक, भूलकर भी न करे ये पांच काम, करना पड़ेगा समस्याओं का सामना
Morarji Desai presented budget 10 times भारत 15 अगस्त, 1947 को स्वतंत्र हुआ था। आजाद भारत का पहला बजट 26 नवंबर, 1947 को तत्कालीन वित्त मंत्री आरके षणमुखम शेट्टी ने पेश किया था। वो वकील और अर्थशास्त्री होने के साथ-साथ एक राजनेता भी थे। पहले बजट में टैक्स का प्रस्ताव नहीं था। इसमें 15 अगस्त 1947 से लेकर 31 मार्च 1948 तक के साढ़े 7 महीने की अवधि को ही कवर किया गया था।
Morarji Desai presented budget 10 times मोरारजी देसाई ने अबतक सबसे ज्यादा बार बजट पेश किया है। तकरीबन 10 बार मोरारजी देसाई बजट पेश कर चुके हैं, जिसमें दो अंतरिम बजट और आठ आम बजट शामिल है। उनका ये रिकॉर्ड अबतक किसी दूसरे वित्तमंत्री ने नहीं तोड़ा है। मोरारजी देसाई देश के चौथे प्रधानमंत्री भी रह चुके हैं। मोरारजी पहले ऐसे गुजराती हैं जो प्रधानमंत्री बनें। इसके अलावा वो पहले गैर-कांग्रेसी पीएम भी रहे। वर्तमान पीएम मोदी के अलावा पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी का भी नाम गुजरात दंगे से जुड़ा है।
ऐसा नहीं है कि हमेशा से ही 11 बजे बजट पेश किया जाता रहा है। ब्रिटिश काल में बजट पेश करने का समय शाम के पांच बजे का था। लेकिन बाद में इसे 11 बजे कर दिया गया। ऐसा इसलिए किया गया ताकि अधिकारियों को थोड़ा आराम मिल सके। दरअसल बजट बनाकर उसकी प्रिंटिंग से लेकर पेश किए जाने तक कई अधिकारी रात-दिन लगे रहते हैं। ऐसे में उन्हें थोड़ी सी राहत मिल सके इसलिए बजट के समय को शाम के पांच बजे से हटाकर सुबह के 11 बजे कर दिया गया।
मोरारजी देसाई | 10 |
पी चिंदबरम | 9 |
प्रणव मुखर्जी | 7 |
सीडी देशमुख | 7 |
यशवंत सिन्हा | 6 |
मनमोहन सिंह | 6 |
वाईबी चौहान | 5 |
टीके कृष्णमचारी | 5 |
अरुण जेटली | 5 |
निर्मला सीतारमण | 5 |