Maa Durga Ki Sawari : नवरात्रि में इस बार किस वाहन पर सवार होकर आ रही मां दुर्गा, जानिए कैसा रहेगा आने वाला साल

Shardiya Navratri 2023: नवरात्रि में इस बार किस वाहन पर सवार होकर आ रही मां दुर्गा, जानिए कैसा रहेगा आने वाला साल

  •  
  • Publish Date - October 5, 2023 / 03:45 PM IST,
    Updated On - October 5, 2023 / 04:02 PM IST

Maa Durga Ki Sawari : हिंदू धर्म में शारदीय नवरात्रि का विशेष महत्व होता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, आश्विन मास के शुक्ल पक्ष में प्रतिपदा तिथि से शारदीय नवरात्रि की शुरूआत हो जाती है। नवरात्रि के नौ दिनों में मां दुर्गा के नौं रूपों की पूजा की जाती है। इस दौरान भक्त माता रानी के लिए व्रत भी रखते हैं और पूजा-पाठ करके माता को प्रसन्न करने का प्रयास करते हैं। माना जाता है कि जिस वाहन पर मां दुर्गा सवार होकर आती है उससे आने वाले साल का हाल निर्धारित हो जाता है। ऐसे में यह जानना महत्वपूर्ण है कि इस साल मां दुर्गा की सवारी क्या है।

Read More: Navratri Bhog For 9 Days: मां दुर्गा के नौ रूपों को लगाए ये नौ भोग, जानिए नवरात्रि में किस दिन क्या चढ़ाना चाहिए

शारदीय नवरात्रि में मां दुर्गा की सवारी 

इस साल नवरात्रि के पहले दिन मां दुर्गा हाथी पर सवार होकर आ रही है। वाहन के रूप में हाथी पर आना बेहद फलदायी माना जाता है। इस साल नवरात्रि की शुरूआत 15 अक्टूबर, रविवार से हो रही है। जब भी नवरात्रि का पहला दिन रविवार या सोमवार पड़ता है तो मां दुर्गा की सवारी हाथी ही होता है। माना जाता है कि मां दुर्गा जब भी हाथी पर सवार होकर आती हैं तो अपने साथ ढेरों खुशियां, समृद्धि और ज्ञान लेकर आती है।

ऐसा माना जा रहा है कि मां दुर्गा की सवारी हाथी होने के चलते यह पूरा साल धन-धान्य से भरा हो सकता है। अनाज के भंडार भरेंगे और देश में सुख-समृद्धि आएगी इसके साथ ही इस साल बारिश के अच्छे आसार बन रहे हैं।

Read More: Matritva Vandana Yojana 2023: सरकार के इस योजना से बेटियों को होगा बड़ा फायदा, जल्द करा लें रजिस्ट्रेशन, जानें लास्ट डेट…

नवरात्रि की घटस्थापना का शुभ मुहूर्त

Maa Durga Ki Sawari: पंचांग के अनुसार, आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि 14 अक्टूबर की रात 11 बजकर 24 मिनट से शुरू हो जाएगी।  अगले दिन 15 अक्टूबर की दोपहर 12 बजकर 32 मिनट तक यह तिथि रहने वाली है। नवरात्रि का पहला दिन 15 अक्टूबर, रविवार के दिन है। इस दिन प्रतिपदा तिथि में ही कलश स्थापना की जाएगी।

घटस्थापना की सामग्री में मिट्टी, जौ, कलावा, मिट्टी या तांबे का कलश, मिठाई, दूर्वा, गंगाजल, लाल पुष्प, सिंदूर, इलायची, पान, अक्षत, आम या अशोक के पत्ते, लाल कपड़ा, नारियल और सुपारी आदि शामिल किए जाते हैं।

 

छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में किसकी सरकार बनाएंगे आप, इस सर्वे में क्लिक करके बताएं अपना मत

IBC24 की अन्य बड़ी खबरों के लिए यहां क्लिक करें

Follow the IBC24 News channel on WhatsApp