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Navratri Akhand Jyoti Rules in Hindi: नवरात्रि में ही क्यों जलाई जाती है ‘अखंड ज्योति’, 9 दिन से पहले बुझ जाए तो क्या होता, जानिए शास्त्रों में क्या कहा गया है
नवरात्रि में ही क्यों जलाई जाती है 'अखंड ज्योति', 9 दिन से पहले बुझ जाए तो क्या होता, ! Akhand Jyoti' Kyo Jalai Jati hai?
Publish Date - October 18, 2023 / 10:21 AM IST,
Updated On - October 18, 2023 / 10:21 AM IST
रायपुर: Akhand Jyoti’ Kyo Jalai Jati hai? नवरात्रि में अखंड ज्योति प्रज्वलित करना बेहद खास और महत्वपूर्ण होता है। प्रथम दिन कलश स्थापना करने के बाद अखंड ज्योति जलाई जाती है। ऐसी मान्यता है कि अखंड ज्योति जलाने से तन-मन में मौजूद अंधकार दूर होती है। यह जीवन से भी अंधेरे को दूर करने का प्रतीक है। नवरात्रि के प्रथम दिन जब अखंड ज्योति जलाई जाती है तो इसे नवरात्रि के पूरे 9 दिनों तक जलाए रखना होता है। यदि ये इन नौ दिनों के अंदर बुझ जाए तो बेहद अशुभ माना जाता है। यदि आपके घर में पूरे नौ दिनों तक ये ज्योति जलती रही तो आपके घर में सुख-शांति, समृद्धि आती है। मां दुर्गा प्रसन्न होकर अपना आशीर्वाद देती हैं। हालांकि, अखंड ज्योति जलाने के कुछ नियम और लाभ भी होते हैं।
Akhand Jyoti’ Kyo Jalai Jati hai? अखंड जलाने ज्योति के नियम
– यदि नवरात्रि में अखंड ज्योति जला रहे हैं तो कुछ नियमों का ध्यान रखना बहुत जरूरी होता है. वरना इस मामले में की गई मां दुर्गा को नाराज कर सकती है।
– नवरात्रि में अखंड ज्योति प्रज्वलित का पहला नियम यह है कि घर में किसी ना किसी का रहना जरूरी है, ताकि अखंड ज्योति का ध्यान रखा जाए। अखंड ज्योति जला रहे हैं तो घर को खाली नहीं छोड़ें।
– अखंड ज्योति को सीधे जमीन पर ना रखें बल्कि उसे रखने के लिए कलश या फिर चौकी का प्रयोग करें।
– अगर चौकी पर अखंड ज्योति का दीपक रख रहे हैं तो उस पर लाल कपड़ा बिछाएं। वहीं कलश के ऊपर ज्योति प्रज्जवलित कर रहे हैं तो उसके नीचे गेहूं रखें।
– अखंड ज्योति के दीपक में बत्ती की जगह लाल कलावे का उपयोग करें।
– यदि घी की अखंड ज्योति है तो उसे मां दुर्गा के दाईं ओर रखना चाहिए। वहीं दीपक में सरसों का तेल डाला गया है तो उसे बाईं ओर रखना चाहिए।
– अखंड ज्योति हवा से बुझे नहीं इसके लिए उसके चारों ओर कांच की घेरन रखें, साथ ही दीपक में घी-तेल खत्म ना होने दें।
– अखंड ज्योति प्रज्जवलित करने से पहले भगवान गणेश, मां दुर्गा की आराधना करें और मां दुर्गा मंत्र ‘ओम जयंती मंगला काली भद्रकाली कृपालिनी दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा नमोस्तुते’ का जाप करें।
नवरात्र में अखंड दीपक प्रज्ज्वलित करने से जीवन में प्रकाश और खुशहाली आती है। इससे माता की कृपा बनी रहती है। घर से नकारात्मक ऊर्जा और बाधाएं दूर होती हैं। आर्थिक संपन्नता आती है। विधि-विधान से नवरात्रि के पूरे नौ दिनों तक यदि मां दुर्गा की पूजा-उपासना की जाए तो देवी अपने भक्तों से प्रसन्न होकर उन्हें खुशहाल जीवन जीने का आशीर्वाद देती हैं।
यदि कोई साधक दीपक का पूरे नौ दिनों तक बिना बुझे लगातार ज्योत जलाता है तो उसे अखंड ज्योत कहा जाता है। अगर ये ज्योत लगातार जलती रहे तो इससे माता रानी की कृपा परिवार पर बनी रहती है। वहीं, इसका बुझना अशुभ माना गया है। इसलिए नौ दिनों तक अखंड ज्योति का विशेष ध्यान रखा जाता है।