नई दिल्ली : Sexual And Reproductive Health Awareness Day : यौन और प्रजनन स्वास्थ्य जागरूकता दिवस हर साल 12 फरवरी को मनाया जाता है। यह दिवस यौन और प्रजनन स्वास्थ्यगत के मुद्दों और यौन संचारित संक्रमण के प्रसारण को कम करने के शिक्षण और जागरूकता को बढ़ाने के लिए समर्पित दिवस है। यौन संचारित संक्रमण प्रमुख सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्याओं में से एक हैं। स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम, स्वास्थ्य से संबंधित मुद्दों का प्रचार-प्रसार करते हैं। यह कार्यक्रम स्वास्थ्य की स्थितियों में सुधार तथा जीवन को बचाने में मदद भी करते हैं। यह कार्यक्रम कभी-कभी अति गंभीर स्वास्थ्यगत स्थितियों के खिलाफ़ निवारक कार्रवाई को भी प्रोत्साहित करते हैं।
Sexual And Reproductive Health Awareness Day : WHO के अनुसार, सेक्शूऐलटी के संबंध में शारीरिक, मानसिक और सामाजिक स्वास्थ्य की अवस्था यौन स्वास्थ्य हैं। इसके लिए सेक्शूऐलटी और यौन संबंध के सकारात्मक और सम्मानजनक दृष्टिकोण तथा सुखद एवं सुरक्षित यौन अनुभव के साथ-साथ दबाव, भेदभाव और हिंसा से रहित वातावरण की आवश्यकता होती है।
यौन स्वास्थ्य का क्षेत्र व्यापक है, जिसमें कई अंतर-संबंधित चुनौतियां और समस्याएं शामिल हैं। महत्वपूर्ण मुद्दे और चुनौतियां जैसे कि यौन स्वास्थ्य, यौन सुख, कामुकता और यौन संतुष्टि, रोग (एचआईवी/एड्स, एसटीआईएस, आरटीआईएस और (प्रजनन मार्ग में संक्रमण), हिंसा, महिला जननांग विकृति, यौन रोग और यौन स्वास्थ्य से संबंधित मानसिक स्वास्थ्य इत्यादि समस्याएं मानवीय अधिकार के अंतर्गत शामिल हैं।
Sexual And Reproductive Health Awareness Day : राष्ट्रीय जनसंख्या स्थिरीकरण कोष (जनसंख्या स्थिरता कोष) द्वारा गोपनीय परामर्श सेवाएं प्रदान करने और यौन और प्रजनन स्वास्थ्य समस्याओं पर पूछे जाने वाले प्रश्नों का ज़वाब देने के लिए हेल्पलाइन सेवा का शुभारंभ किया गया है। प्रजनन स्वास्थ्य, परिवार नियोजन और शिशु स्वास्थ्य के लिए प्रामाणिक जानकारी जानने के लिए 1800-11-6555 पर कॉल करें। यह हेल्पलाइन प्रतिदिन सुबह 09:00 से रात 11:00 बजे तक उपलब्ध है। स्वास्थ्य अधिकारियों और चिकित्सकों का समूह यौन स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं, यौन संचारित संक्रमण, गर्भनिरोधक, गर्भावस्था, बांझपन, गर्भपात, रजोनिवृत्ति और यौवनावस्था से संबंधित प्रश्नों के ज़वाब देते हैं तथा पुरुषों एवं महिलाओं की प्रजनन प्रणाली की प्रक्रिया की विस्तृत जानकारी देते हैं।
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यह हेल्पलाइन, महत्वपूर्ण देशों जैसे कि भारत, जहां यौन विषयों पर चर्चा करना आज भी सामाजिक रूप से वर्जित है, वहां लोकप्रिय गलतफहमियों को दूर करने की दिशा में कार्य करती हैं। जब इन सेवाओं का परीक्षण विद्यालयों में किया गया, तो गोपनीय सूचना सेवाओं की मांग में वृद्धि पायी गयी। यह हेल्पलाइन मित्र मंडली, इंटरनेट या मुंह के वचन के माध्यम से जानकारी प्रदान करने के बजाए प्रामाणिक स्रोत द्वारा उचित सलाह प्रदान करने में सहायता करती हैं। यह उनके अधिकारों के सार्वजनिक ज्ञान में वृद्धि और सार्वजनिक सुविधाओं में विश्वास तथा उपयोगकर्ताओं और सेवाओं के बीच के संबंध की दूरी को भी कम करती हैं।