LIVE darshan of holy cave of Baba Amarnath : जम्मू-कश्मीर| हर साल यहां हजारों-लाखों में भक्त भगवान शिव का आशीर्वाद लेने के लिए पहुंचते हैं। अमरनाथ यात्रा के लिए भक्त पूरे साल इंतजार करते हैं, बता दें हिंदू के पवित्र स्थलों में से एक ये जगह जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर में स्थित है। यहां पहुंचना काफी कठिन है, जिस वजह से इस यात्रा को काफी कठिन माना जाता है। इस पवित्र गुफा की वार्षिक तीर्थयात्रा का विधान श्रावण मास में है। सनातन और वैदिक मान्यताओं के मुताबिक, पहलगाम के रास्ते ही पवित्र गुफा की यात्रा का पुण्य प्राप्त होता है।
देखें | अमरनाथ की पवित्र गुफा में श्रावण मास के पहले सोमवार को भगवान शिव की आरती के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ी। #AmarnathYatra pic.twitter.com/VjYe13e3kD
— डीडी न्यूज़ (@DDNewsHindi) July 10, 2023
बताया जाता है कि समुद्रतल से करीब 3888 मीटर की ऊंचाई पर स्थित श्री अमरेश्वर धाम में ही भगवान शंकर ने मां पार्वती को अमरत्व की कथा सुनाई थी। पहलगाम में जहां भगवान शंकर ने अपने वाहन नंदी को छोड़ा था, वहां से सुबह लगभग 3200 श्रद्धालुओं ने पवित्र गुफा के लिए यात्रा शुरू की। बालटाल का मार्ग छोटा है और यह करीब दो दशक पहले ही आम श्रद्धालुओं के लिए खोला गया है।
LIVE darshan of holy cave of Baba Amarnath : अमरनाथ यात्रा के दौरान लोग बाबा-बर्फानी के दर्शन करने के लिए आते हैं, जो कि अमरनाथ यात्रा के अंदर एक स्वयंभू रूप में स्थापित है। इस गुफा में हर साल बर्फ से शिवलिंग बनता है, जो कि चंद्रमा के चरणों के अनुसार फैलता और सिकुड़ता है। अमरनाथ गुफा को अमरेश्वर भी कहते हैं और माना जाता है कि बाबा बर्फानी दर्शन करने से व्यक्ति को मोक्ष मिलता है। अमरनाथ गुफा में शिवलिंग के साथ-साथ माता पार्वती और भगवान गणेश की संरचना बनाई जाती है, इस वजह से हिंदू धर्म में अमरनाथ गुफा का एक अलग ही महत्व है।