इस मंदिर में शिव-पार्वती के लिए सजाया जाता है चौपड़, जानिए इसके पीछे का रहस्य

Chaupad is decorated for Shiva-Parvati in Omkareshwar temple in Sawan इस मंदिर में शिव-पार्वती के लिए सजाया जाता है चौपड़

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  • Publish Date - July 10, 2023 / 06:41 PM IST,
    Updated On - July 10, 2023 / 06:50 PM IST

खंडवा। पवित्र श्रावण माह का आज प्रथम सोमवार है। इस दिन शिव भक्त अपने भोले बाबा को प्रसन्न करने के लिए ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करते हैं तथा भोले बाबा का ध्यान करते हैं। तीर्थ नगरी ओंकारेश्वर में भी प्रथम सोमवार के अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे हैं। द्वादश ज्योतिर्लिंग स्रोत के अनुसार बारह ज्योतिर्लिंगों में ओंकारेश्वर तथा ममलेश्वर ज्योतिर्लिंग का संयुक्त रूप से चतुर्थ स्थान है।

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पुण्य सलिला मां नर्मदा से घिरे ॐ आकार के पर्वत पर बना यह अतिप्राचीन मंदिर भगवान शिव तथा माता पार्वती का शयन स्थान माना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भगवान शिव दिनभर अखिल ब्रह्मांड में विचरण करते है, आवागमन करते, किंतु वह शयन ओंकार पर्वत पर ही करते है। यही कारण है, जो यहां भगवान ओंकारेश्वर की शयन आरती होती है। माता पार्वती तथा शिव के लिए चौपड़ सजाया जाता है।

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सावन माह के प्रथम सोमवार पर डेढ़ लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने मां नर्मदा में आस्था की डुबकी लगाई है। शिवभक्त यहां पहुंचकर सबसे पहले मां नर्मदा में स्नान कर अपने पापों का नाश तथा पूर्वजों को मोक्ष प्राप्ति की कामना करते है, इसके उपरांत वे ओंकारेश्वर तथा ममलेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर पहुंचकर भगवान भोलेनाथ के दर्शन–पूजन करते है। IBC24 से प्रतीक मिश्रा की रिपोर्ट

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