Republic Day 2023: इस साल के बाद गणतंत्र दिवस पर चीन से नहीं बुलाया गया मेहमान, जानें अभी तक कौन-कौन रहे मुख्य अतिथि ?

Republic Day 2023: 1958 में चीन से ये जियानयिंग गणतंत्र दिवस की परेड में बतौर चीफ गेस्ट शामिल हुए थे, वे उस वक्त चीन की आर्मी मार्शल थे

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  • Publish Date - January 25, 2023 / 04:54 PM IST,
    Updated On - January 25, 2023 / 04:54 PM IST

Republic Day 2023: इस साल भारत अपना 74वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। 26 जनवरी को 1950 को भारत का पहला गणतंत्र दिवस मनाया गया था। उसी वक्त से अन्य देशों के गणमान्य लोगों और बडे़ राजनेताओं को चीफ गेस्ट के तौर पर बुलाए जाने की प्रथा रही है। लेकिन क्या आप जानते है कि देश में 1950 से आजतक साल 10 ही ऐसा हुआ है जब कोई अतिथि को आमंत्रित नहीं किया गया हो। लेकिन हर साल भारत की परेड देखने के लिए आमंत्रित किया जाता है।

चीन के अतिथि सिर्फ एक बार 26 जनवरी पर आए भारत

Republic Day 2023:भारत में साल 2003 में पहली बार गणमान्य व्यक्तियों के रूप में ईरानी राष्ट्रपति सैयद मोहम्मद खातमी को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया था। पूर्व फ्रांसीसी राष्ट्रपति जैक्स शिराक, भूटान के चौथे राजा जिग्मे सिंग्ये वांगचुक और पूर्व यूगोस्लाविया के राष्ट्रपति जोसिप टीटो, उन गणमान्य व्यक्तियों में शामिल है, जिन्हें मुख्य अतिथि के रूप में रिपब्लिक डे परेड में दो बार आमंत्रित किया गया। चीन एकमात्र देश है, जिसे वर्ष 1958 के बाद से मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित नहीं किया गया। साल 1958 में चीन से ये जियानयिंग गणतंत्र दिवस की परेड में बतौर चीफ गेस्ट शामिल हुए थे। जियानयिंग उस वक्त चीन की आर्मी मार्शल थे।

जवाहर लाल नहरू के कार्यकाल में आए थे चीन के अतिथि

Republic Day 2023: 1958 में पंडित जवाहर लाल नेहरू के काल में ही चीफ गेस्ट बुलाया गया था। इसके बाद कभी चीन से कोई चीफ गेस्ट गणतंत्र दिवस परेड में शामिल नहीं हुआ। 1962 में चीन की तरफ से समझौते का खुला उल्लंघन हुआ। यही वह साल था जब भारत और चीन के बीच युद्ध हुआ। भारत और चीन के बीच युद्ध 20 अक्टूबर 1962 को शुरू हुआ, जिसके परिणामस्वरूप हजारों सैनिक शहीद हुए और भारत को हार का सामना करना पड़ा। इस युद्ध में चीन ने भारत के अक्साई चिन में लगभग 38,000 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र पर कब्जा कर लिया। भारत पर आक्रमण कर चीन ने भारतीय राजनीतिक नेताओं का भ्रम तोड़ दिया कि चीन भारत पर कभी आक्रमण नहीं करेगा। 1962 युद्ध के बाद भारत ने चीन के प्रति अपनी नीति बदली।

इन सालों में नहीं आया कोई मुख्य अतिथि

Republic Day 2023: भारत सरकार हर साल एक विदेशी नेता को गणतंत्र दिवस परेड के अवसर पर आमंत्रित करती है। जानकारी के लिए बता दें कि पाकिस्तान के गवर्नर जनरल मलिक गुलाम मुहम्मद पहले व्यक्ति थे जिन्होंने राजपथ, नई दिल्ली में गणतंत्र दिवस परेड में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया था। गणतंत्र दिवस परेड में 10 मौकों को छोड़कर भारत में हमेशा कोई न कोई मुख्य अतिथि आता रहा। लेकिन इन वर्षों में, 1952, 1953, 1956, 1957, 1959, 1962, 1964, 1966, 1967 और 1970 में आरडी परेड के लिए भारत में कोई मुख्य अतिथि नहीं था।

मुख्य अतिथि किस देश से आए सबसे ज्यादा?

Republic Day 2023: गणतंत्र दिवस का परेड देखने मुख्य अतिथि के रूप में सबसे ज्यादा एशिया, यूरोप, अफ्रीका और अमेरिका देश शामिल है। वहीं, सबसे ज्यादा बार मुख्य अतिथि के रूप में अगर कोई देश शामिल हुआ तो वो फ्रांस है। बता दें कि फ्रांस के एक गणमान्य व्यक्ति पांच बार गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। फ्रांस के बाद, भूटान 4 बार और मॉरीशस 3 बार मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुआ। ब्राजील, इंडोनेशिया, नेपाल, नाइजीरिया, पाकिस्तान, ब्रिटेन और तत्कालीन यूगोस्लाविया के गणमान्य व्यक्ति दो-दो अवसरों पर मुख्य अतिथि रहे। वहीं, पाकिस्तान के एक गणमान्य व्यक्ति दो अवसरों पर मुख्य अतिथि थे।

मुख्य अतिथि विश्व के किस भाग से सबसे ज्यादा आए

Republic Day 2023: 1950 के दशक में केवल एशिया के गणमान्य व्यक्तियों को ही आमंत्रित किया गया था। 1960 के दशक से यूरोपीय गणमान्य व्यक्तियों को आमंत्रित करना शुरू किया गया। 1960, 1970 और 1980 के दशक में यूरोपीय गणमान्य व्यक्तियों को सबसे ज्यादा बार मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया।

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