History and interesting facts of Nelson Mandela : नोबेल शांति पुरस्कार विजेता और दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला की जयंती को चिह्नित करने के लिए हर साल 18 जुलाई को दुनिया भर में अंतर्राष्ट्रीय नेल्सन मंडेला दिवस मनाया जाता है। रंगभेद के विरुद्ध लंबा संघर्ष करने वाले दक्षिण अफ्रीका के नेता नेल्सन मंडेला और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की विचारधारा समान थी और दोनों ही महान नेताओं ने अपना जीवन लोगों की भलाई में लगा दिया। यह बात मंडेला पर आधारित एक पुस्तक के लोकार्पण कार्यक्रम में कही गई।
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‘नेल्सन मंडेला: ए कंप्लीट बायोग्राफी’ नामक पुस्तक के लोकार्पण कार्यक्रम में यहां दिल्ली विश्वविद्यालय के अफ्रीकी अध्ययन विभाग के अध्यक्ष सुरेश कुमार ने कहा कि नोबेल पुरस्कार से सम्मानित मंडेला समानता के अधिकार में विश्वास करते थे और दक्षिण अफ्रीका में लोगों की आजीविका में सुधार करना चाहते थे। उन्होंने नेल्सन मंडेला को संवैधानिक अधिकारों के वास्ते खड़े होने के लिए प्रेरणास्रोत बताया।
अंतरराष्ट्रीय नेल्सन मंडेला दिवस की महत्ता इसी से समझी जा सकती है कि इसे संयुक्त राष्ट्र द्वारा द्वारा आधिकारिक रूप से मान्यता प्रदान की गयी है। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने नवंबर 2009 में इस दिन को मनाने की घोषणा की थी। इसके बाद इस दिन को पहली बार 18 जुलाई 2010 को औपचारिक रूप से सेलिब्रेट किया गया है। तबसे लेकर अब तक प्रतिवर्ष यह दिन 18 जुलाई को मनाया जाता है।
History and interesting facts of Nelson Mandela : नेल्सन मंडेला का जन्म 18 जुलाई 1918 को हुआ था। उनके बचपन का नाम रोलिहराहला था। प्राथमिक शिक्षा के दौरान एक अध्यापक ने उनको नेल्सन नाम दिया जिसके बाद वे इसी नाम से जाने गए। दुनियाभर में उनको शांति, रंगभेद के उन्मूलन एवं स्वतंत्रता के लिए पहचान मिली। इसी को लेकर उन्होंने अफ्रीकी जेल में अपने 27 साल काटे। दक्षिण अफ्रीका में लोकतंत्र की नयी नींव रखने के लिए उन्हें वर्ष 1993 में विश्व के सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार नोबेल से सम्मानित किया गया है। 5 दिसंबर 2013 में नेल्सन मंडेला का निधन हो गया।
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