Independence day wishes in hindi 2023: (स्वतंत्रता दिवस) Read quotes, greetings, sms, poems here

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  • Publish Date - August 7, 2023 / 12:00 PM IST,
    Updated On - August 7, 2023 / 12:00 PM IST

15 अगस्त को मनाए जाने वाले स्वतंत्रता दिवस के उल्लेखनीय अवसर पर, हम आपके लिए हार्दिक स्वतंत्रता दिवस बधाई संदेश (स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएँ – हिंदी में संदेश) प्रस्तुत करते हैं। आप अपने दोस्तों और प्रियजनों को 15 अगस्त (15 अगस्त की शुभकामनाएँ) पर संदेशों के माध्यम से अपनी शुभकामनाएँ (स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएँ – हिंदी में) देकर अपनी हार्दिक शुभकामनाएँ दे सकते हैं। इंटरनेट और मोबाइल संचार के इस युग में, हार्दिक संदेश    भेजने की परंपरा मजबूत बनी हुई है, क्योंकि अब हर कोई संदेशों के माध्यम से स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं देता है।

स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं

नफरत बुरी है, न पालो इसे,

दिलो में खालिश है, निकालो इसे,

न तेरा, न मेरा, न इसका, न उसका

ये सबका वतन है, संभालों इसे!

स्वतंत्रा दिवस की बधाई!

 

आओ झुककर सलाम करें उन्हें,

जिनकी जिंदगी में मुकाम आया है,

किस कदर खुशनसीब है वो लोग,

जिनका लहू भारत के काम आया है।

 

आइये तोड़ दें जंजीरें जाति और धर्म की,

क्योंकि असली मंजिल पाना अभी बाकी है,

कभी कहलाते थे सोने की चिड़िया,

उस दम्भ को दोबारा पाना अभी बाकी है।

 

 

स्वतंत्रता दिवस पर कोट्स

इस देश के गौरव के खातिर,

चल कुछ ऐसा काम करें,

दुनिया देखे इसकी शान,

और दुनिया वाले सलाम करें।

15 अगस्त यानी आज़ादी की शुभ कामनाएँ।

 

छात्र शक्ति ही राष्ट्र शक्ति होती है, जिस राष्ट्र के पास यह शक्ति नहीं वह कभी स्वतंत्र नहीं रह सकता।”

“आजादी अनमोल है, इसका मोल लगाने वाला इंसान अपने पतन का मार्ग खुद तय करता है।”

“गुलामी वो गहरा अंधेरा है, जिसका अंत करने के लिए आजादी का सूरज उगता है।”

“इस आजादी की कीमत समझो, जिसके लिए अनेक वीर-वीरांगनाओं ने अपना सर्वस्व न्यौछावर किया।”

स्वतंत्रता दिवस पर कविताएं

चड़ गये जो हंसकर सूली;खाई जिन्होने सीने पर गोली;

हम उनको प्रणाम करते हैं!

जो मिट गये देश पर;

हम सब उनको सलाम करते हैं!

स्वतंत्रता दिवस की बधाई!

 

नफरत बुरी है, न पालो इसे,

दिलो में खालिश है, निकालो इसे,

न तेरा, न मेरा, न इसका, न उसका

ये सबका वतन है, संभालों इसे!

स्वतंत्रा दिवस की बधाई!

 

नफ़रत बुरी है, एन पालो इसे,

दिलो में ख़ालिश है, निकालो इसे,

न तेरा,न मेरा,न एस्का, न उसका

ये सबका वतन है, संभालो इसे!

आज़ादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर, भारत सरकार ने “हर घर तिरंगा अभियान” (हर घर एक झंडा अभियान) शुरू किया है। “हर घर तिरंगा” अभियान अमृत महोत्सव के दौरान भारत की आजादी के 75वें वर्ष के उपलक्ष्य में प्रतीक के रूप में लोगों को अपने घरों में झंडा लाने के लिए प्रोत्साहित करने की एक पहल है। राष्ट्रीय ध्वज के साथ हमारा संबंध सदैव व्यक्तिगत से कहीं अधिक रहा है; यह औपचारिक और संस्थागत रहा है। आजादी के 75वें वर्ष में एक राष्ट्र के रूप में सामूहिक रूप से घरों में झंडा लाना न केवल तिरंगे के साथ एक व्यक्तिगत बंधन का प्रतीक है, बल्कि राष्ट्र-निर्माण के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का भी प्रतिनिधित्व करता है।