Hanuman Jayanti 2023 : साल में एक नहीं दो बार मनाया जाता है हनुमान जन्मोत्सव, जानें क्या है इसके पीछे का कारण

Hanuman Jayanti 2023 : हनुमान जी का जन्मोत्सव साल में एक नहीं बल्कि दो बार मनाया जाता है। दो बार हनुमान जयंती मनाने के पीछे कई वजह है।

  •  
  • Publish Date - April 4, 2023 / 10:26 AM IST,
    Updated On - April 4, 2023 / 10:26 AM IST

नई दिल्ली : Hanuman Jayanti 2023 : प्रभु श्रीराम के परम भक्त हनुमान जी का जन्मोत्सव बड़ी ही धूमधाम से मनाया जाता है। हनुमान जी का जन्म चैत्र माह की पूर्णिमा तिथि को हुआ था। इस बार यह जन्मोत्सव 6 अप्रैल 2023 को मनाया जाएगा। हालांकि हनुमान जी का जन्मोत्सव साल में एक नहीं बल्कि दो बार मनाया जाता है। दो बार हनुमान जयंती मनाने के पीछे कई वजह है।

यह भी पढ़ें : इस अद्भुत योग से चमकेगी इन राशि वालों की किस्मत, मां लक्ष्मी की बरसेगी कृपा, होगा धनलाभ 

साल में दो बार हनुमान जयंती मनाने के पीछे का कारण

दूसरी हनुमान जयंती मनाई जाती है इस दिन

Hanuman Jayanti 2023 :  पहला हनुमान जन्मोत्सव चैत्र पूर्णिमा को मनाया जाता है तो वहीं दूसरा जन्मोत्सव दिवाली के पास कार्तिक माह की कृष्ण पक्ष चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है। चैत्र माह की पू्र्णिमा को हनुमान जी का जन्म हुआ था। जबकि दूसरी हनुमान जयंती विजय अभिनन्दन महोत्सव के रूप में मनाई जाती है। ऐसा भी कहा जाता है कि एक बार हनुमान जी सूर्य को आम समझ कर खाने के लिए आकाश में उड़ने लगे थे। इस दिन सूर्य पर राहु का ग्रहण लगना था। सूर्य ने हनुमान जी को राहु समझ लिया था। यह दिन चैत्र महीने की पूर्णिमा तिथि थी। इस दिन इंद्र ने वज्र से प्रहार कर हनुमान जी को अचेत कर दिया था। इसके बाद सभी देवी-देवताओं ने हनुमान जी को नया जीवन दिया था।

यह भी पढ़ें : Bageshwar Dham : धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने साईं बाबा के खिलाफ दिया विवादित बयान, हो सकती है FIR, जानें ऐसा क्या कहा… 

मां सीता ने हनुमान जी को दिया था अमर होने का वरदान

Hanuman Jayanti 2023 :  हनुमान जी की भक्ति और समर्पण भावना को देखकर मां सीता ने बजरंगबली को नरक चतुर्दशी तिथि को अमर होने का वरदान दिया था। यह तिथि दिवाली से एक दिन पहले मनाई जाती है। हनुमान जी भगवान शिव के 11वें रुद्र अवतार माने जाते हैं। कलयुग में हनुमान जी की पूजा से सबसे जल्दी इच्छा पूरी होती है। हनुमान जी की पूजा करने से ग्रह पीड़ा और शनि दोष से भी मुक्ति मिलती है।

IBC24 की अन्य बड़ी खबरों के लिए यहां क्लिक करें