Shardiya Navratri 2022: Goddess Katyayani will be worshiped today,

Shardiya Navratri 2022: नवरात्र का छठवां दिन आज, इस मुहूर्त में करें देवी कात्यायनी की पूजा, माता रानी पूरी करेगी हर मनोकामना

Shardiya Navratri 2022: शारदीय नवरात्र को का आज छठवा दिन है। आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि यानी शारदीय नवरात्रि के छठे दिन

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Modified Date: November 29, 2022 / 05:42 AM IST
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Published Date: October 1, 2022 7:55 am IST

नई दिल्ली : Shardiya Navratri 2022: शारदीय नवरात्र को का आज छठवा दिन है। आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि यानी शारदीय नवरात्रि के छठे दिन देवी कात्यायनी की पूजा की जाती है। भक्त बड़ी ही धूमधाम से माता रानी की पूजा कर रहे हैं। ऐसे में आज छठवे दिन देवी कात्यायनी को प्रसन्न करने के लिए भक्त कई प्रकार से पूजा कर रहे हैं। महर्षि कात्यायन की तपस्या से प्रसन्न होकर आदिशक्ति मां दुर्गा ने उनके यहां पुत्री के रूप में जन्म लिया था। इसलिए इनका नाम कात्यायनी हुआ। देवी के इस रूप की पूजा से रोग, शोक, संताप और डर आदि नष्ट हो जाते हैं।

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आगे जानिए देवी कात्यायनी की पूजा विधि, शुभ मुहूर्त

Shardiya Navratri 2022: 1 अक्टूबर, शनिवार के शुभ मुहूर्त
सुबह 7:30 से 9 बजे तक- शुभ
दोपहर 12 से 01:30 तक- चर
दोपहर 01:30 से 03 तक- लाभ
दोपहर 03 से शाम 04:30 तक- अमृत

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देवी कात्यायनी की पूजा करें इस विधि से

Shardiya Navratri 2022: – 1 अक्टूबर, शनिवार की सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करने के बाद देवी कात्यायनी की तस्वीर या प्रतिमा को एक साफ जगह स्थापित करें।
– पहले शुद्ध घी का दीपक जलाएं। देवी कात्यायनी को लाल रंग प्रिय है, इसलिए इन्हें लाल चुनरी, कुमकुम, लाल फूल, लाल चूड़ी आदि चीजें चढ़ाएं।
– मां कात्यायनी को शहद का भोग लगाया जाता है। साथ ही फल व मेवों का भोग भी लगाएं। देवी कात्यायनी मां का ध्यान करते हुए आरती करें, लेकिन
इसके पहले नीचे लिखे मंत्र का जाप करें-

चन्द्रहासोज्जवलकरा शार्दूलावरवाहना।
कात्यायनी शुभं दद्यादेवी दानवद्यातिनी।।

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