नयी दिल्ली, 25 जनवरी। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने बुधवार को गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर देशवासियों को बधाई दी।
उन्होंने एक संदेश में कहा, ‘‘गणतंत्र दिवस हमारे संविधान में निहित सदियों पुराने सभ्यतागत मूल्यों में हमारे विश्वास की पुष्टि करने का अवसर प्रदान करता है। जैसा कि हम जानते हैं कि यह सभी प्रतिष्ठित स्वतंत्रता सेनानियों, महान विचारकों और गुमनाम नायकों के योगदान को याद करने का भी एक पवित्र अवसर है, जिनके बलिदान ने हमारे गणतंत्र की नींव रखी है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इस अवसर पर, हम अपनी उपलब्धियों का उत्सव मनाएं और नए जोश के साथ राष्ट्र निर्माण के प्रयास के प्रति खुद को फिर से समर्पित करें।’’
भारत को 15 अगस्त 1947 को अंग्रेजों से आजादी तो मिल गई थी लेकिन 26 जनवरी 1950 को भारत एक संप्रभु लोकतांत्रिक गणराज्य घोषित हुआ। इसी दिन देश का संविधान लागू हुआ था। इस दिन राजधानी में कर्तव्य पथ (पहले राजपथ) पर होने वाले मुख्य आयोजन में भारत की सांस्कृतिक झलक के साथ ही सैन्य शक्ति और परंपरागत विरासत की झांकी पेश की जाती है।