Pitru Paksha 2023: कल से शुरू हो रहे हैं पितृ पक्ष, जानें अनुष्ठानों का समय, तर्पण की तिथियां और विधि

Pitru Paksha 2023: कल से शुरू हो रहे हैं पितृ पक्ष, जानें अनुष्ठानों का समय, तर्पण की तिथियां और विधि.. ये मास पूर्वजों को समर्पित होता है

  •  
  • Publish Date - September 28, 2023 / 03:27 PM IST,
    Updated On - September 28, 2023 / 03:27 PM IST

Pitru Paksha 2023: हिंदू धर्म में पितृ पक्ष का बेहद ही खास महत्व माना जाता है। माना जाता है कि इससे पितर प्रसन्‍न होते हैं और परिवार पर उनका आशीर्वाद बना रहता है। इस वर्ष पितृपक्ष की शुरुआत 29 सितंबर से शुरू हो रही है जो 14 अक्टूबर तक होगा। पितृपक्ष मास पूर्वजों को समर्पित होता है। इस दौरान पितरों के निमित श्राद्ध, तर्पण, पिंडदान किया जाता है। लेकिन, इन सब कामों को करते समय सही नियमों का पालन करना जरूरी होता है वरना पितर नाराज हो जाते है। आइए जानते हैं र्पण की तिथियां और विधि के बारे में..

Read more: आज सूर्य की तरह चमकेगा इन पांच राशियों का भाग्य, करियर में प्रमोशन के साथ मिलेगा मान सम्मान 

पितृ पक्ष 2023 तिथि (Pitry Paksha 2023 Tithiyan)

प्रतिपदा तिथि प्रारंभ- सितंबर 29, 2023 को दोपहर 03 बजकर 26 मिनट से
प्रतिपदा तिथि समाप्त- सितंबर 30, 2023 को दोपहर 12 बजकर 21 मिनट तक

  • 29 सितंबर 2023, शुक्रवार पूर्णिमा श्राद्ध
  • 30 सितंबर 2023, शनिवार द्वितीया श्राद्ध
  • 01 अक्टूबर 2023, रविवार तृतीया श्राद्ध
  • 02 अक्टूबर 2023, सोमवार चतुर्थी श्राद्ध
  • 03 अक्टूबर 2023, मंगलवार पंचमी श्राद्ध
  • 04 अक्टूबर 2023, बुधवार षष्ठी श्राद्ध
  • 05 अक्टूबर 2023, गुरुवार सप्तमी श्राद्ध
  • 06 अक्टूबर 2023, शुक्रवार अष्टमी श्राद्ध
  • 07 अक्टूबर 2023, शनिवार नवमी श्राद्ध
  • 08 अक्टूबर 2023, रविवार दशमी श्राद्ध
  • 09 अक्टूबर 2023, सोमवार एकादशी श्राद्ध
  • 10 अक्टूबर 2023, मंगलवार मघा श्राद्ध
  • 11 अक्टूबर 2023, बुधवार द्वादशी श्राद्ध
  • 12 अक्टूबर 2023, गुरुवार त्रयोदशी श्राद्ध
  • 13 अक्टूबर 2023, शुक्रवार चतुर्दशी श्राद्ध
  • 14 अक्टूबर 2023, शनिवार सर्व पितृ अमावस्या

Read more: Pitru Paksha 2023: पितृ पक्ष में पितरों का तर्पण कैसे करें? जल देते समय इन बातों का रखें ध्यान, वरना पितर हो जाएंगे नाराज

पितृ पक्ष के अनुष्ठानों का समय

कुतुप मुहूर्त- 29 सितंबर को दोपहर 11:47 बजे से 12:35 बजे तक, अवधि- 48 मिनट्स
रौहिण मुहूर्त- 29 सितंबर को दोपहर 12:45 बजे से 01:23 बजे तक, अवधि – 48 मिनट्स
अपराह्न काल – 29 सितंबर को दोपहर 01:23 बजे से 03:46 बजे तक, अवधि – 02 घंटे 23 मिनट्स

पितरों का तर्पण कैसे करें

पितृ पक्ष में पितरों को नियमित रूप से जल अर्पित करना चाहिए। यह जल दक्षिण दिशा की ओर मुंह करके दोपहर के समय दिया जाता है। जल में काला तिल मिलाया जाता है और हाथ में कुश रखा जाता है। जिस दिन पूर्वज की देहांत की तिथि होती है, उस दिन अन्न और वस्त्र का दान किया जाता है। उसी दिन किसी निर्धन को भोजन भी कराया जाता है। इसके बाद पितृपक्ष के कार्य समाप्त हो जाते हैं।

पितरों का तर्पण करने का प्रार्थना मंत्र

पितृभ्य:स्वधायिभ्य:स्वधा नम:।
पितामहेभ्य:स्वधायिभ्य:स्वधा नम:।
प्रपितामहेभ्य:स्वधायिभ्य:स्वधा नम:।
सर्व पितृभ्यो श्र्द्ध्या नमो नम:।।

Follow the IBC24 News channel on WhatsApp

छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में किसकी सरकार बनाएंगे आप, इस सर्वे में क्लिक करके बताएं अपना मत

IBC24 की अन्य बड़ी खबरों के लिए यहां क्लिक करें