मुंबई। करीब 50 से भी अधिक फिल्मों का हिस्सा रह चुकी दिग्गज एक्ट्रेस सविता बजाज का इन दिनों बुरा हाल है,’निशांत’, ‘नजराना’ और ‘बेटा हो तो ऐसा’ जैसे शानदार फिल्में देने वाली अभिनेत्री सविता बजाज आर्थिक तंगी से जूझ रही हैं, अपना इलाज कराने वे लगातार हॉस्पिटल के चक्कर काट रही हैं। तीन महीने पहले एक्ट्रेस कोविड-19 का शिकार हुई थीं, इस दौरान एक्ट्रेस 22 दिन अस्पताल में भर्ती रहीं, हाल ही में इन्हें सांस लेने में समस्या हो रही थी, जिसके बाद वह दोबारा अस्पताल में भर्ती हुईं है।
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बता दें कि सविता, नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा की एल्यूमिनी रह चुकी हैं, एक्ट्रेस ने एक अंग्रेजी अखबार को बताया, “मेरी सेविंग्स खत्म हो चुकी हैं, मैंने अपना सारा पैसा इलाज में लगा दिया है, मुझे सांस लेने में काफी समस्या होने लगी है। मुझे नहीं समझ आ रहा कि मैं अब कैसे जी पाऊंगी,” सविता के पास केवल एक सहारा है, जोकि सिनटा और राइटर्स असोसिएशन से मिल रहा है, इन्हें केवल ढाई से पांच हजार रुपये मिल रहे हैं, अस्पताल का बिल लंबा-चौड़ा होता जा रहा है, ऐसे में एक्ट्रेस को चिंता सता रही है कि वह मुंबई जैसे शहर में कैसे रह पाएंगी।
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सविता ने बताया कि राइटर्स असोसिएशन ने साल 2016 में मेरी एक लाख रुपये से मदद की थी, उस समय एक्सीडेंट के चलते अस्पताल में भर्ती हुई थी, सिनटा ने भी 50 हजार रुपये दिए थे, इस समय मैं अपने स्वास्थ्य को देखते हुए काम नहीं कर सकती। मैं उन्हें यह पैसा वापस करना चाहती हूं, काम करना चाहती हूं, लेकिन किस तरह करूं, नहीं समझ आता। मेरे पास कोई नहीं जो मेरी देखभाल कर सके। करीब 25 साल पहले, मैंने अपने होमटाउन में वापसी करने का निर्णय लिया था, दिल्ली वापस आई, लेकिन मेरे परिवार में मुझे कोई अपनाना नहीं चाह रहा था, मैंने बहुत कमाया है, लेकिन आज जब मुझे जरूरत पड़ी तो सबने हाथ पीछे खींच लिया है।
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सविता का कहना है कि सीनियर आर्टिस्ट्स के लिए कोई सुविधा नहीं है, जो लोग स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों के चलते काम नहीं कर पा रहे हैं या फिर फिट नहीं है, उन्हें कोई सुविधा नहीं दी जा रही है। मैं चाहती हूं कि बूढ़े एक्टर्स के लिए एक आश्रम बने, जहां वह रह सकें, मुंबई में मेरा अपना घर नहीं है। इतने साल काम करने के बाद घर नहीं है, मलाड़ में मैं एक कमरे और किचन में रहती हूं, सात हजार उसका किराया देती हूं, मैं पैसे नहीं मांगना चाहती, लेकिन अब सर्वाइव करना मेरे लिए बहुत मुश्किल हो रहा है।