नईदिल्ली। ऑस्ट्रेलिया की एक सुपरकार रेसर रेने ग्रेसी ने ‘पॉर्न इंडस्ट्री’ जॉइन कर ली है, ऐसी एक खबर वायरल हुई थी। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार उससे कमाई नहीं हो रही थी तो उन्होंने एडल्ट एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री की ओर ध्यान देने लगी। रेने ने किसी पॉर्न फिल्म स्टूडियो के साथ काम करना शुरू नहीं किया बल्कि वो एक नए प्लेटफॉर्म से जुड़ीं, ऐसा प्लेटफ़ॉर्म जो बहुत पुराना नहीं है और तेज़ी से उसकी लोकप्रियता बढ़ रही है। इस प्लेटफॉर्म का नाम है OnlyFans । इस प्लेटफॉर्म ने पॉर्न इंडस्ट्री के सामने एक चुनौती खड़ी कर दी है।
यह 2016 में शुरू हुआ था, यह एक सब्सक्रिप्शन बेस्ड सर्विस है, ठीक उसी तरह जैसे आप केबल टीवी के लिए चैनल वाले को पैसे देते हैं, या फिर नेटफ्लिक्स/ हॉटस्टार का सब्सक्रिप्शन लेते हैं। यहां पर मॉडल्स हैं, शेफ्स हैं, फिटनेस कोच हैं, और एडल्ट फिल्म इंडस्ट्री के स्टार भी हैं। ये अपने हिसाब से या अपने ‘फैन्स’ की मांग के अनुसार कॉन्टेंट उपलब्ध करते हैं। उसके लिए वो महीने के 400 रुपए से लेकर 1500 रुपए तक चार्ज करते हैं। कई कॉन्टेंट बनाने वाले प्रति व्यू के हिसाब से भी फीस लेते हैं। इन कॉन्टेंट बनाने वालों में अधिकतर ऐसे लोग हैं जो सोशल मीडिया पर इन्फ़्लूएन्सर हैं, मीडिया में पॉपुलर हैं, या पहले पॉर्न स्टार रह चुके हैं। कुछ लोग ऐसे भी हैं जो इस पोर्टल से जुड़कर पॉपुलर हुए।
read more: एक्ट्रेस शर्लिन चोपड़ा ने इस बड़े फिल्ममेकर पर लगाया यौन उत्पीड़न का आ…
OnlyFans के लगभग 3 करोड़ सब्सक्राइबर्स हैं। मजे की बात यह है कि ये प्लेटफॉर्म किसी भी तरह के पॉर्नोग्राफिक कॉन्टेंट पर पाबंदी नहीं लगाता, यहां पर न्यूड वीडियो भी अपलोड किए जा सकते हैं, इसकी वजह से बहुत सारे एडल्ट फिल्म स्टार्स इस पोर्टल से भी जुड़कर अपने वीडियो और तस्वीरें बेच रहे हैं। जो दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स जैसे इन्स्टाग्राम या ट्विटर पर संभव नहीं है।
जब तक इंटरनेट नहीं आया था, पॉर्न स्टूडियोज खूब पैसे कमा रहे थे, कुछ चुनिंदा पॉर्न स्टार्स पॉपुलैरिटी के साथ-साथ बैंक बैलेंस भी बढ़ा रहे थे, लेकिन समय के साथ साथ इन स्टूडियोज का कॉन्टेंट इंटरनेट पर जाना शुरू हो गया। इससे पॉर्न स्टूडियोज का कॉन्टेंट कई जगह शेयर होने लगा, और उनकी कमाई कम हो गई, अब कुछ ही बैनर्स है जो फुल टाइम पॉर्न वीडियो बनाते हैं।
read more: बाथटब में न्यूड होकर शैंपेन के साथ वीडियो शेयर करना पड़ा महंगा, सोशल…
जिन लोगों के काम की वजह से पॉर्न बनाने वाली कम्पनियां सफल हुईं, उनको काम मिलना कम हुआ तो उन्होंने सेक्स वर्क शुरू कर दिया। या एस्कॉर्ट बन गए, ऐसे कई लोगों के लिए OnlyFans एक ऑल्टरनेट के रूप में सामने आया। डानी हारवुड इस साइट के शुरूआती दिनों से इसके साथ जुड़ी हुई हैं, उन्होंने एक अखबार को लिए इंटरव्यू में बताया कि पॉर्न तो आपको फ्री में मिल जाता है, लड़के उसके लिए पैसे नहीं देना चाहते। उनको ये मौका चाहिए कि वो किसी ऐसे व्यक्ति को जान सकें जिसे उन्होंने मैगजीन या सोशल मीडिया पर देखा है, जो कि उनकी ऑनलाइन गर्लफ्रेंड की तरह हो।
अधिकतर पॉर्न साइट्स पर लगे वीडियोज़ में हार्डकोर पॉर्नोग्राफी होती है, उसमें पर्सनलाइजेशन नहीं होता, लेकिन OnlyFans या JustFor.Fans जैसी साइट्स के लिए ये बात लागू नहीं होती। इस पर कॉन्टेंट डालने वाले लोग अपनी मर्ज़ी से जो चाहें शूट कर सकते हैं, अपने फैन्स की मांग के मुताबिक़ सहमति से वीडियो डाल सकते हैं, और ज़रूरी नहीं कि वो पॉर्नोग्राफिक कॉन्टेंट ही डालें, वो ड्रेस अप हो सकते हैं, किसी की मांग के अनुसार वे अपनी शर्तों पर रोल प्ले कर सकते हैं।
read more: अमिताभ बच्चन ने केबीसी में गोपीनाथ की सुंदरता की तारीफ की, सोशल मीडिया पर बिग…
कई कॉन्टेंट बनाने वाले एक दिन के छह से सात लाख रुपए तक भी बना रहे हैं, लेकिन ऐसा कैसे होता है? उपलब्ध रिपोर्ट्स बताती हैं कि इस प्लेटफॉर्म पर किसी भी कॉन्टेंट क्रियेटर को जितने पैसे मिलने वाले होते हैं, उसमें से अस्सी फीसदी हिस्सा क्रियेटर को जाता है और बीस फीसदी OnlyFans को मिलता है, इसमें से प्रोसेसिंग फी वगैरह काट-कूट कर OnlyFans को 12 फीसदी का कमीशन मिलता है।
जहां एक तरफ OnlyFans या JustFor.Fans जैसी साइट्स की तारीफ इसलिए होती है कि उन्होंने कॉन्टेंट बनाने वालों और सेक्स वर्कर्स को कंट्रोल वापस दिया है, वहीं इनसे जुड़े विवाद भी कम नहीं हैं। इस साल अगस्त में आरोप लगे कि साइट पर कॉन्टेंट बनाने वालों के अकाउंट से पैसे गायब हुए या उनके साथ फ्रॉड हुआ है। यही नहीं, एक डाक्यूमेंट्री में ये आरोप लगे कि ट्विटर पर न्यूड्स बेचने वाले कई अकाउंट नाबालिगों के हैं और वो OnlyFans साइट का इस्तेमाल अपना कॉन्टेंट बेचने के लिए कर रहे हैं, जबकि इस प्लेटफॉर्म पर 18 वर्ष से कम उम्र के लोग नहीं आ सकते।