मुंबई: अपने दौर की सबसे खूबसूरत ऐक्ट्रेस रही माधुरी दीक्षित को कौन नहीं जानता। अपने शानदार अभिनय से बॉलीवुड में उन्होंने काफी नाम कमाया। उन्होंने बॉलीवुड में कई ऐसी फ़िल्में की जो आज भी लोगों की जुबान पर हैं। इन्ही में से एक था प्रेम ग्रंथ।
प्रेम ग्रंथ राजीव कपूर द्वारा निर्देशित और आर. के. फिल्मस द्वारा निर्मित 1996 में बनी एक हिट हिन्दी फिल्म है। फिल्म में ऋषि कपूर और माधुरी दीक्षित मुख्य सितारें हैं और ये फिल्म बलात्कार जैसे आपराधिक विषय पर केंद्रित था।
गोविंद नामदेव कई फिल्मों में विलन का रोल कर चुके हैं। उन्होंने प्रेम ग्रंथ माधुरी दीक्षित के साथ रेप सीन भी दिया था। एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने बताया कि जब माधुरी के साथ काम किया तो वह नए थे। उन्हें ऐसा सीन करना था जिसमें काफी झिझक हो सकती थी। हालांकि माधुरी दीक्षित को कॉन्फिडेंस में लेने के बाद उन्होंने खुलकर एक्टिंग की। उन्होंने यह भी कहा कि माधुरी उस वक्त की बेस्ट एक्ट्रेसस में थीं।
गोविंद नामदेव बोले, ‘मैं उस वक्त नया था, वह सुपरस्टार थीं। सीन के पहले हमने जो भी किया, मैं उन्हें पसंद आया, मेरी एक्टिंग पसंद आई और उन्होंने तारीफ भी की। इस तरह हमारी बॉन्डिंग हुई।’ जब रेप सीन का वक्त आया तो उन्होंने और माधुरी दीक्षित ने बातचीत की ताकि दोनों सेफ फील करें। गोविंद बोले, ‘इस तरह से लोग समझ जाते हैं कि सामने वाला शख्स परेशान और चिंता करने वाला है, कोई अजीब आदमी नहीं है। मतलब कि उसको सेंस है और तमीज है। गोविंद ने बताया कि बातचीत के बाद उन्होंने माधुरी से इजाजत ली तो वह बोलीं, ठीक है।
गोविंद बोले, मुझे अब पता चल चुका था कि इस किरदार के साथ अब थोड़ी लिबर्टी ले सकता हूं। हमने उनके साथ ऐसे-ऐसे सीन्स किए जैसे उदाहरण के तौर पर उन्हें पानी में ले जाकर घुमा दिया। अगर उन्होंने इतना भरोसा ना दिलाया होता तो मैं ये सीन करने में झिझक रहा होता। गोविंद नामदेव ने बताया कि ऐसे सीन्स ठीक न होने पर वह दोबारा करने में जरा भी संकोच नहीं करते थे।