नई दिल्ली : Pandit Ram Narayan Passes Away : संगीत जगत से एक दुखद खबर निकलकर सामने आ रही है। दरअसल, मशहूर भारतीय संगीतकार सारंगी वादक राम नारायण का 96 वर्ष की उम्र में निधन हो गया है। राम नारायण का जन्म 25 दिसंबर 1927 को उत्तर-पश्चिमी भारत में उदयपुर के पास आमेर गांव में हुआ था। उनके परदादा बागाजी बियावत आमेर के एक गायक थे। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, राम नारायण और उनके परदादा सागद दानजी बियावत उदयपुर के महाराणा के दरबार में गाते थे। उन्हें पंडित के नाम से जाना जाता था।
Pandit Ram Narayan Passes Away : दिवंगत संगीतकार ने 1956 में कॉन्सर्ट सोलो आर्टिस्ट बने और तब से उन्होंने भारत के कई प्रमुख संगीत समारोहों में प्रस्तुति दी। उन्होंने कई एल्बम रिकॉर्ड किए और 1964 में अपने बड़े भाई चतुर लाल के साथ अमेरिका और यूरोप का अपना पहला अंतरराष्ट्रीय दौरा किया, जो तबला वादक थे और 1950 के दशक में शंकर के साथ दौरे पर गए थे। नारायण ने भारतीय और विदेशी छात्रों को भी पढ़ाया और 2000 के दशक में अक्सर भारत के बाहर प्रदर्शन किया। उन्हें 2005 में भारत के दूसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया।