रायपुर: star chhattisgarhia season 2 with Folk Singer Kantikartik Yadav लोकगायक कांतिकार्तिक यादव को संगीत के क्षेत्र में एक युवा गीतकार व कंपोजर के रूप में संपूर्ण छत्तीसगढ़ राज्य व राज्य के बाहर श्रोताओं व दर्शकों द्वारा जाना जाता है। कांतिकार्तिक यादव वर्तमान में उचित मंचों एवं इंटरनेट पर छत्तीसगढ़ी, हल्बी, गोंडी को राष्ट्रीय, अंतराष्ट्रीय मंच पर सोशल मीडिया के माध्यम से छ.ग. के विविध लोकगीतों की श्रृंखला लोकगायक व गीतकार के रूप में प्रस्तुत कर रहे हैं।
युवाओं में इन गीतों के प्रति विशेष रूझान भी देखने को मिल रहा है, जिससे वे छत्तीसगढ़ी भाषा के गीतों के महत्व को समझकर उन्हें प्रचारित भी कर रहे हैं। राज्य भर में इनके गीतों को युवाओं द्वारा सराहा जा रहा है। उनके द्वारा कला के माध्यम से छत्तीसगढ़ी भाषा व संस्कृति को देश विदेश में स्थापित करने का प्रयास अनवरत जारी है।
star chhattisgarhia season 2 with Folk Singer Kantikartik Yadav छत्तीसगढ़ी भाषा और छत्तीसगढ़ी संस्कृति को अधिक से अधिक बढ़ावा देने वाले कांतिकार्तिक यादव के सोशल मीडिया में चाहने वालों की कमी नहीं है। शुरूवात से लेकर अब तक का कैसा रहा उनका सफर…. कैसे पूरा कर रहे अपना हर सपना.. आखिर किन-किन चुनौतियों के बीच सफलता के इस मुकाम तक पहुंचे लोकगायक कांतिकार्तिक यादव… सब कुछ जानेंगे आप स्टार छत्तीसगढ़िया सीजन-2 में.. तो देखना न भूले स्टार छत्तीसगढ़िया सीजन-2 रविवार 15 सितंबर शाम 6 बजे IBC24 न्यूज में श्रवण तंबोली के साथ…
अगर हम उनकी उपलब्धियों के बारे में बात करें तो उन्हे इंदिरा गांधी राष्ट्रीय एन.एस.एस. पुरस्कार 2013 तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के हाथो से राष्ट्रपति भवन दिल्ली में प्रदान किया गया था। उन्होंने इंडिया-चाइना यूथ एक्सचेंज प्रोग्राम 2011 चीन (बीजींग) में भारत व छत्तीसगढ़ राज्य की लोकसंस्कृति का प्रतिनिधित्व किया था। राष्ट्रीय युवा उत्सव पंजाब 2014 में उन्होंने राज्य का प्रतिनिधित्व किया और सम्मानित हुए।
इतना ही नहीं उन्होंने आर.डी.सी.(गणतंत्र दिवस शिविर) दिल्ली में छत्तीसगढ़ी लोकसंस्कृति का प्रतिनिधित्व किया और 26 जनवरी राजपथ परेड दिल्ली में सम्मिलित हुए। शिविर के दौरान उनकी राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति व प्रधानमंत्री से विशेष मुलाकात हुई। कांति कार्तिक यादव को छत्तीसगढ़ के पूर्व राज्यपाल शेखर दत्त द्वारा भी उन्हे विशेष सम्मान व बधाई संदेश मिल चुका है। स्वर्ण जयंती वर्ष 2014 में विश्वविद्यालय सभागृह में आयोजित विशेष सम्मान समारोह में राज्यपाल व भाभा परमाणु अनु.केंद्र के पूर्व चेयरमेन के करकमलों से भी उन्हे सम्मानित किया गया है।
पूर्व मुख्यमंत्री डाॅ. रमनसिंह द्वारा भी उन्हे ‘यादव गौरव सम्मान’ दिया गया। स्वतंत्रता दिवस समारोह 2014 में पूर्व मंत्री राजेश मूणत द्वारा सम्मानित किया गया। साथ ही उन्हे 2013 में पं. रवि.शु.वि.वि. द्वारा श्रेष्ठ स्वयंसेवक पुरस्कार प्रदान किया गया। इसके साथ ही 8 अक्टूबर 2014 को भारतीय दलित साहित्य अकादमी धमतरी द्वारा लोककला रत्न की मानद उपाधि प्रदान की गई । इसके पश्चात् दिल्ली में राष्ट्रीय, अंतराष्ट्रीय स्तर पर छ.ग. की लोकसंस्कृति की प्रस्तुति हेतु डाॅ.भीमराव अम्बेडकर फिलाॅसिफ राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
इसके साथ ही स्वच्छ भारत अभियान हेतु अभियान, शौच मुक्त ग्राम, कोविड-19 से बचाव हेतु जागरूकता गीत, योग दिवस, स्किल इंडिया, मतदान जागरूकता अभियान -प्रतिज्ञा, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन- बिहान व नारी सशक्तिकरण हेतु प्रेरणा गीत व थीम सांग की रचना, संगीत, गायन आदि में उन्होंने अहम भूमिका निभाई जिनका सदुपयोग समय समय पर जिला प्रशासन द्वारा किया जाता रहा है।
कांतिकार्तिक यादव की धर्मपत्नी श्रीमती सृष्टि महोबिया बालोद ज़िले के जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में MIS प्रशासक (अधिकारी)के रूप में अपनी सेवा दे रही हैं। शासकीय सेवा दिवसों के पश्चात अवकाश के दिनों में अपने गीतों का निर्माण करते हैं, जिसमें धर्मपत्नी का पूरा सहयोग व प्रोत्साहन कांति कार्तिक को मिलता है।