Kali Chaudas 2022: दिवाली के एक दिन पहले जरूर करें मां काली की पूजा, सारे कष्ट हो जाएंगे दूर, जानें मुहूर्त और महत्व

Kali Chaudas 2022: यह दिन काली मां को समर्पित है, इसमें रात्रि में काली मां की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। खासतौर पर बंगाल में इसे मां काली के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है।

  •  
  • Publish Date - October 17, 2022 / 10:20 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 01:58 PM IST

नई दिल्ली। Kali Chaudas 2022: कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को काली चौदस मनाई जाती है। यह दिन काली मां को समर्पित है, इसमें रात्रि में काली मां की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। खासतौर पर बंगाल में इसे मां काली के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। काली चौदस को रूप चौदस और नरक चतुर्दशी के रूप में भी मनाया जाता है।  हिंदू पंचांग के मुताबिक, कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि 23 अक्टूबर 2022 को शाम 06.03 मिनट पर आरंभ हो रही है, जो अगले दिन 24 अक्टूबर 2022 को शाम 05.27 मिनट पर खत्म होगी। काली चौदस पर मां काली की रात्रि में पूजा का विधान है इसलिए देवी की उपासना 23 अक्टबर 2022 को मध्यरात्रि में की जाएगी।

Dhanteras 2022: धनतेरस पर झाड़ू खरीदने का है खास महत्व, इसके इस्तेमाल से आएगी घरों में सुख समृद्धि

काली चौदस शुभ मुहूर्त

काली चौदस महत्व

Kali Chaudas 2022: तंत्र साधक महाकाली की साधना को अधिक प्रभावशाली मानते हैं। इनकी उपासना से व्यक्ति के मनोरथ जल्द पूरे होते हैं, लेकिन गृहस्थ जीवन वालों को देवी काली की साधारण पूजा करनी चाहिए। ध्यान रहे किसी गलत उद्देश्य से मां काली का पूजन न करें वरना भविष्य में घोर अशुभ परिणाम झेलने पड़ेंगे। शास्त्रों के मुताबिक, जिस दिवाली की रात में मां लक्ष्मी की पूजा करने से घर में धन, सुख और वैशव की प्राप्ति होती है। उसी प्रकार दिवाली से एक दिन पहले रात्रि में मां काली की आराधना करने से साधक को मानसिक तनाव से मुक्ति मिलेगी और शरीर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होगा। साथ ही शत्रु पर विजय प्राप्त करने का वरदान मिलता है।

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। IBC24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।)

IBC24 की अन्य बड़ी खबरों के लिए यहां क्लिक करें