Rules for lighting lamps on Diwali: रायपुर: हर साल कार्तिक कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को दीपावली पर्व मनाया जाता है। इस वर्ष यह पर्व 31 अक्टूबर 2024, गुरुवार के दिन मनाया जाएगा। इस विशेष दिन पर धन की देवी मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा विधिवत रूप से की जाती है।
Diwali 2024: इस दिवाली घर ले आएं ये चीजें, प्रसन्न हो जाएंगी मां लक्ष्मी, दूर होगी दरिद्रता
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, दिवाली पर्व के दिन पूजा-पाठ और दान-धर्म करने से व्यक्ति को विशेष लाभ प्राप्त होता है। वेद एवं पुराणों में भी दान के महत्व को विस्तार से बताया गया है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, दिवाली पर्व के दिन राशि के अनुसार, दान-पुण्य करने से व्यक्ति को विशेष रूप लाभ की प्राति होती है।
Rules for lighting lamps on Diwali: दीपावली पर भगवान गणेश और मां लक्ष्मी की पूजा-आराधना की मान्यता और विधान है। वेदों में भी इस बात का उल्लेख है कि दिवाली के अवसर पर इन दोनों की निष्ठापूर्वक विधिवत पूजा से घर धन-धान्य, सुख, संपत्ति और समृद्धि से भरा रहता है। इस मौके पर दीपक जलाने की अपनी एक खास मान्यता और विधि है। आइए जानते हैं कि दीपक जलाने के नियम क्या हैं और विभिन्न दिशाओं में दीपक जलाने से क्या फल मिलता है?
पूर्व दिशा
पूर्व दिशा को सूर्य देव की दिशा माना जाता है। इस दिशा में दीपक जलाने से स्वास्थ्य लाभ, बुद्धि में वृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
पश्चिम दिशा
पश्चिम दिशा को पितरों की दिशा माना जाता है। इस दिशा में दीपक जलाने से पितरों का आशीर्वाद मिलता है और घर में शांति बनी रहती है।
उत्तर दिशा
उत्तर दिशा को कुबेर देव की दिशा माना जाता है। इस दिशा में दीपक जलाने से धन लाभ होता है और घर में समृद्धि आती है।
दक्षिण दिशा
दक्षिण दिशा को यमराज की दिशा माना जाता है। इस दिशा में दीपक जलाने से नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है और घर में सुरक्षा बनी रहती है।