Firecracker Safety Tips: देशभर में आज लक्ष्मी पूजा की धूम देखने को मिल रही है। माता लक्ष्मी के प्रसिद्ध मदिरों में भक्तों का तांता लगा हुआ है, तो वहीं घरों में भी पकवान बनने शुरू हो गए हैं। आज शाम शुभ मुहूर्त में धन की देवी मां लक्ष्मी की पूजा की जाएगी। वहीं, पूजा के बाद लोग घरों में मिठाई बांटकर पटाखे फोड़ेंगे। ऐसे में अगर आप भी दिवाली पर पटाखे फोड़ने वाले हैं तो सावधानियां जरूर बरतें। आपकी एक छोटी सी गलती आपको नुकसान पहुंचा सकती है। ऐसे में आज हम आपके ऐसे कुछ सावधानियों के बारे में बताने जा रहे हैं जिसे आपको ध्यान में रखना होगा…
दिवाली पर पटाखे फोड़ते समय बरतें ये सावधानियां
खुली जगह में ही चलाएं पटाखे
पटाखे जलाते समय हमेशा खुली जगह का चयन करें। बच्चे हों या बड़े सभी को खुली जगह पर पटाखे जलाने चाहिए। खासतौर पर अगर बच्चों से पटाखे छुड़ाए जा रहे हों, तो इस बात का खास ध्यान रखना चाहिए कि जगह इतनी बड़ी हो, कि पटाखों में आग लगाने के बाद बच्चे को भागने के लिए जगह मिल जाए।
दीपक जलाते समय इन रखें ध्यान
दीपावली पर घरों को दीयों की रोशनी से जगमग किया जाता है। लोग इस दिन खूब सारे दीये जलाते हैं। अगर आप भी ऐसा करने जा रहे हैं तो ध्यान रहे कि, बिजली के तारों के पास दीपक न जलाए। दिये या मोमबत्ती को ऐसी जगह पर रखें, जहां इनका बैलेंस ठीक हो। जल्दी आग पकड़ने वाली चीजों से दूर ही दीपक या मोमबत्ती जलाएं।
बच्चों को उम्र के हिसाब से दिलवाएं पटाखे
अगर आपके घर में कोई बच्चा है तो उसे उ,के उम्र के हिसाब से पटाखे दिलवाएं । जमीन से छूटने वाले पटाखे बच्चों को न दिए जाएं। बच्चे को बताएं कि पटाखे जलाते समय उसे हाथ में न पकड़ें। इन्हें हमेशा अपने हाथ से दूर रखकर ही चलाएं। बच्चे के हाथ में माचिस न दें। इससे बेहतर है कि एक मोमबत्ती जलाकर वहां रख दें। कुछ बच्चे पटाखे चलने के बाद इसके अवशेषों को छूने के लिए उत्सुक रहते हैं। बच्चे को ऐसा न करने दें क्योंकि कई बार इनके विस्फोट होने की संभावना रहती है।
बिजली के तारों के पास पटाखे जलाने से बचें
बिजली के तारों और पोल्स के पास पटाखे जलाने से बचना चाहिए। जले हुए पटाखों को डिस्पोज करने से पहले पानी में डालना चाहिए। इससे किसी भी तरह का रिस्क नहीं रहता
फर्स्ट एड बॉक्स रखें साथ में
जब भी आप बच्चों से पटाखे छुड़वाएं तो एक फस्ट एड बॉक्स अपने पास लाकर रख लें। अगर कोई जल जाता है तो फर्स्ट एड बॉक्स की मदद से उसे तुरंत प्राइमरी ट्रीटमेंट दिया जा सकता है। इसके अलावा जब भी बच्चे पटाखे जलाएं, तो हमेशा एक बड़ी बाल्टी में पानी या रेत भरकर रखें। किसी भी अनहोनी की स्थिति में पानी से भरी बाल्टी काम आती है। कॉटन के कपड़े पहनाकर बच्चों से चलवाए आतिशबाजी बच्चों से पटाखे चलाते वक्त उन्हें कॉटन के कपड़े पहनाकर रखें। क्योंकि सिंथेटिक कपड़े तेजी से आग पकड़ते है, जबकि सूती कपड़े में आग पकड़ने का खतरा कम रहता है। इस दौरान बच्चों को ढीले ढाले कपड़े पहनाने की कोशिश करें।