नई दिल्ली । हर साल दीवाली को बुराई पर अच्छाई की जीत, अंधेरे पर प्रकाश और निराशा पर खुशी की जीत के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है।
रोशनी के त्योहार के रूप में लोकप्रिय, यह पूरे देश में बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है। इस दिन लोग अनुष्ठानों का पालन करते हैं, अपने घरों को दीयों, रंगोली, गहनों और रोशनी से सजाते हैं, मनोरम मिठाइयों और भोजन का आनंद लेते हैं और नए पारंपरिक परिधान पहनते हैं।
दिवाली 2022: शुभ मुहूर्त
इस साल दिवाली 24 अक्टूबर से लक्ष्मी-गणेश पूजा परंपरा के साथ शुरू होगी। शुभ मुहूर्त शाम 6:53 से रात 8:16 बजे तक रहेगा। हालाँकि, स्थान के अनुसार समय सीमा भिन्न हो सकती है।
दिवाली 2022: पूजा विधि
लोग इस दिन भगवान गणेश और देवी लक्ष्मी का आशीर्वाद लेने के लिए उनकी पूजा करते हैं और उन्हें मोदक, हलवा और लड्डू जैसी मिठाई भी देते हैं।
मोमबत्तियां और दीये जलाए जाते हैं, और उत्सव के एक भाग के रूप में पूजा के बाद पटाखे फोड़े जाते हैं। हिंदू मान्यताओं के अनुसार, दीये जलाने से बुरी आत्माएं दूर होती हैं।
दिवाली 2022: महत्व
हिंदू पौराणिक कथाओं में कहा गया है कि भगवान राम रावण का वध करने और 14 साल वनवास बिताने के बाद दिवाली पर अयोध्या लौटे थे। लोग रोशनी के त्योहार के हिस्से के रूप में देवताओं लक्ष्मी, गणेश और कुबेर को स्वास्थ्य, धन और समृद्धि की कामना करते हैं। सुबह-सुबह, भक्त अपने पूर्वजों की पूजा करते हैं और अमावस्या पर उनका श्राद्ध करते हैं। दिवाली पर प्रदोष काल के दौरान लक्ष्मी पूजा की जाती है, जो सूर्यास्त के बाद शुरू होती है और दो घंटे चौबीस मिनट तक चलती है।