Reported By: Vinod Wadhwa
,रतलाम: Ratlam Mahalaxmi Mandir आज पूरे देश धनतेरस का त्योहार मनाया जा रहा है। जिसके दो दिन बाद दिवाली का त्योहार यानी मनाया जाएगा। दिवाली के दिन मां लक्ष्मी की विधि विधान से पूजा अर्चना की जाती है। दिवाली के त्योहार को खास बनाने के लिए मां लक्ष्मी की मंदिरों में खास तरह की सजावट की गई है। ऐसा मध्यप्रदेश के रतलाम जिले में स्थित एक महालक्ष्मी की प्राचीन मंदिर है। यहां मंदिर को अनोखे रूप से सजाया गया है। इस मंदिर की विशेषता यह है कि यहां भक्तों द्वारा लाए गए गहनों और नोटों से मां लक्ष्मी का श्रृंगार किया जाता है, जो कि देशभर में अपनी तरह का इकलौता आयोजन है।
Ratlam Mahalaxmi Mandir पांच दिनों तक नोटों-गहनों से सजा मंदिर भक्तों के आकर्षण का केंद्र होता है। दीवाली के दौरान मां लक्ष्मी के दर्शन और उनकी विशेष साज-सज्जा को देखने के लिए श्रद्धालु दूर-दूर से आते हैं। साथ ही सोने-चांदी के जेवरात भी मंदिर परिसर में रखे गए हैं। ये सभी सोने-चांदी के जेवरात स्थानीय श्रद्धालुओं के हैं, जो 5 दिनों के उत्सव के बाद श्रद्धालुओं को लौटा दी जाती है। मान्यता है कि धन संपदा मंदिर में रखने से उसमें सालों साल वृद्धि होती है और इसी धन संपदा को रखने और देखने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु दूर-दूर से रतलाम के महालक्ष्मी मंदिर में पहुंच रहे हैं। करोड़ों रुपयों से सजने वाले इस मंदिर में सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। पुलिस बल की तैनाती के साथ साथ CCTV कैमरे भी मंदिर में लगाए गए हैं।
आपको बता दें कि यह भारत यह भारत का एकमात्र ऐसा मंदिर है जहां मां लक्ष्मी का श्रृंगार भक्तों द्वारा लाए गए गहनों और नोटों से किया जाता है। इस अनोखी परंपरा में पिछले कई वर्षों से कभी कोई गहना गायब नहीं हुआ, जो भक्तों के बीच एक गहरी श्रद्धा और विश्वास का प्रतीक है। मंदिर में मां लक्ष्मी की मूर्ति को पांच हाथियों पर विराजमान दिखाया गया है, और उनके साथ भगवान गणेश तथा मां सरस्वती की प्रतिमाएं भी हैं।
बताया जा रहा है कि इस बार मंदिर में एक करोड़ 47 लाख रुपए के नोट से सजावट की गई है। आभूषण भी महालक्ष्मी मंदिर की सजावट में लगाए गए हैं। इनकी कीमत 3 करोड़ रुपए से अधिक मानी जा रही है। धनतेरस पर इस मंदिर की सजावट देश भर में चर्चा में रहती है। भाईदूज तक मंदिर इसी तरह सजा हुआ रहेगा।