दीपावली पर अमृत संयोग खोलेगा समृद्धि के द्वार, इस समय करें मां लक्ष्मी की पूजा, जानें शुभ मुहूर्त व सही पूजा विधि

Chitra Nakshatra and Vishkumbh met on Diwali, know lakshmi ganesh pujan muhurat

  •  
  • Publish Date - October 24, 2022 / 05:40 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 03:37 AM IST

Chitra Nakshatra and Vishkumbh met on Diwali दिवाली का त्योहार हमाने जीवन में नई खुशियां लेकर आता है। इस पर्व पर प्रकाश ही प्रकाश दिखाई देता है। जहां नजर पड़े वहां रंग-बिरंगी लाइट और दीपक दिखाई देते हैं। दीपावली का त्योहार धन प्राप्ति के लिए सर्वोत्तम माना गया है। हर साल कार्तिक माह की अमावस्या के दिन दिवाली का पर्व मनाया जाता है। दीपावली पर्व पर पूजन के तीन स्थिर लग्न मिल रहे हैं। यही नहीं सोमवार दिन, चित्रा नक्षत्र व विष्कुंभ के मिलन से अमृत का संयोग भी बन रहा है, जिसमें पूजन, दान व खरीदारी करने से समृद्धि के द्वार खुलेंगे।

Read More : खाने की कीमत और स्वाद को लेकर विवाद, ढाबा मालिक ने शख्स पर फेंका गर्म तेल, हालत गंभीर

Chitra Nakshatra and Vishkumbh met on Diwali इस साल कार्तिक माह की अमावस्यता तिथि आज यानी 24 अक्टूबर की शाम 05 बजकर 27 मिनट से शुरू होगी, जिसका समापन 25 अक्टूबर की शाम 04 बजकर 18 मिनट पर होगा। इस बार 25 अक्टूबर के दिन सूर्य ग्रहण लग रहा है। ऐसे में दिवाली का त्यौहार आज यानी 24 अक्टूबर को मनाया जा रहा है।

Read More :  तीन बच्चों के पिता को फेसबुक पर मिली गर्लफ्रेंड, 60 साल की उम्र में हुआ ‘दीवाना’, धूमधाम से रचाई शादी! 

दिवाली लक्ष्मी पूजन शुभ मुहूर्त

आज यानी 24 अक्टूबर को दिवाली पर लक्ष्मी पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 06 बजकर 53 मिनट से लेकर रात 08 बजकर 18 मिनट तक है। इस मुहूर्त में लक्ष्मी गणेश की पूजा करना विशेष फलदायी होगा। इस दिन प्रदोष काल शाम 05 बजकर 43 मिनट से लेकर 08 बजकर 48 मिनट तक है।

Read More : भारत के नाम आईएसएसएफ विश्व चैम्पियनशिप में दो और पदक 

दिवाली पूजन सामग्री

रोली, मौली, धूप, अगरबत्ती, कर्पूर, केसर, चंदन, अक्षत, जनेऊ 5, रुई, अबीर, गुलाल, बुक्का, सिंदूर, कोरे पान डन्ठल सहित 10, साबुत सुपारी 20, पुष्पमाना, दूर्वा, इत्र की शीशी, छोटी इलायची, लवंग, पेड़ा, फल, कमल, दुध, दही, घी, शहद, शक्कर, पांच पत्ते, हल्दी की गांठ, गुड़, सरसों, कमल गट्टा, चांदी का सिक्का, हवन सामग्री का छोटा पैकेट, गिरी गोला-2, नारियल 2, देवी लक्ष्मी की मूर्ति, भगवान गणेश की मूर्ति, सिंहासन, वस्त्र, कलम, बही खाते, ताम्र कलश या मिट्टी का कलश, पीला कपड़ा आधा मीटर, सफेद कपड़ा आधा मीटर, लाल कपड़ा आधा मीटर, सिक्के, लक्ष्मी पूजन का चित्र, श्री यंत्र का चित्र और कमल गट्टे की माला आदि।