नई दिल्ली। कोंडली विधानसभा पूर्वी दिल्ली लोकसभा क्षेत्र के अन्तर्गत आता है। 2008 में परिसीमन के बाद कोंडली विधानसभा सीट अस्तित्व में आया। जिसके बाद से यहां अब तक तीन बार चुनाव हुए हैं। वहीं अब 8 साल बाद इस इलाके में नई और पुरानी कोंडली क्षेत्र बस गया है। नई कोंडली में एक ओर जहां तेजी से कॉलोनियां बनी है तो वहीं पुरानी कोंडली में अभी किसान परिवार निवासरत हैं।
2013 में आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार ने मनोज कुमार ने यहां की जनता का विश्वास जीता। ‘आप’ कोंडली विधानसभा सीट की समस्याओं को भली भाती समझती हैं। वहीं कांग्रेस प्रत्याशी भी 2015 में यहां की असल मुद्दे को लेकर जनता से वोट की अपील की थी। लेकिन जनता ने नकार दिया। अब फिर से अमरीश सिंह जनता के बीच पहुंचे हुए है। वहीं इस सीट पर बीजेपी पहली जीत की तलाश में हैं। उम्मीदवार राजकुमार ढिल्लो घर-घर जाकर लोगों से जनसंपर्क कर वोट की अपील कर रहे हैं।
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कोंडली विधानसभा के मुद्दे
कोंडली विधानसभा क्षेत्र की अधिकतर सड़कें जर्जर हालत में हैं। वहीं खराब सड़कों की वजह से अक्सर बरसात में यहां जलभराव की स्थिति बनती है। सड़कों पर बड़े-बड़े गड्ढ़ों में पानी भर जाते हैं। केजरीवाल सरकार भले ही यह कह रही हो कि दिल्ली में स्कूलों की सूरत बदलने में काम हुआ हो, लेकिन कोंडली विधानसभा में ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है। यहां के स्कूलों में शिक्षकों के नदारद होने के ज्यादातर मामले सामने आए हैं। इस इलाके में एक भी सरकारी अस्पताल नहीं है।
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आमने-सामने
कोडली विधानसभा सीट में आम आदमी पार्टी ने विधायक मनोज कुमार का टिकट काटकर कुलदीप कुमार को टिकट दिया है। जबकि कांग्रेस ने पुराने दिग्गज अमरीश गौतम एक बार फिर से किश्मत आजमा रहे हैं।
अगर बात बीजेपी की तो राजकुमार ढिल्लो को चुनाव मैदान में उतारा है। वह बेहद ही गरीब परिवार से ताल्लुक रखते हैं। राजकुमार ढिल्लो के पास आमदनी का भी कोई साधन नहीं है। ढिल्लो के पास अभी भी एक छोटी दुकान है, जिसे उनती बहू संभाल रही हैं। ढिल्लो का पूरा परिवार कल्याणपुरी के 17 ब्लॉक की झुग्गी में 10 बाई 10 फीट के कमरे रहता है। इसके साथ ही चुनावी मैदान में कड़ी टक्कर देने के लिए बसपा ने भी अपने उम्मीदवार उतारे हैं। कर्मवीर सिंह चुनावी मुदृे को लेकर जनता से जनसंपर्क कर रहे हैं। वहीं बसपा के मैदान में आ जाने से यहां का मुकाबला रोचक बन गया है।
पिछला परिणाम
वर्ष 2015 के चुनाव में इस सीट पर आम आदमी पार्टी के मनोज कुमार ने जीत हासिल की थी। इस सीट, यानी कोंडली सीट पर वर्ष 2013 के विधानसभा चुनाव में भी आम आदमी पार्टी के मनोज कुमार ने ही जीत हासिल की थी, जबकि वर्ष 2008 के विधानसभा चुनाव में इस सीट पर कांग्रेस के अमरीश सिंह गौतम ने जीत हासिल की थी।
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पिछले विधानसभा चुनाव 2015 के आंकड़े
– मनोज कुमार (विजयी), वोट पड़े- 63,185
– हुकुम सिंह (भजापा), वोट पड़े- 38,426,
– अमरीश सिंह गौतम (कांग्रेस), वोट पड़े- 13,562
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राजनीतिक इतिहास
कोडली विधानसभा सीट की राजनीतिक इतिहास की ओर नजर डाले तो इस सीट पर अभी तक तीन बार चुनाव हुए। पहली बार कांग्रेस ने इस सीट पर जीत हासिल की थी। कांग्रेस के दिग्गज नेता अमरीश सिंह गौतम ने यहां जीत का परचम लहराया था। इसके बाद 2013 और 2015 में हुए विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने यहां जीत दर्ज की है।
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कुल मतदाता
निर्वाचन आयोग के साल 2015 के आंकड़ों के अनुसार कोंडली विधानसभा सीट में कुल मतदाताओं की संख्या 188,607 है। इनमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 102,592 है, जबकि महिला मतदाताओं की संख्या 86,003 है।
8 फरवरी को डाले जाएंगे वोट, परिणाम 11 को
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 के लिए में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) के साथ ही भाजपा और कांग्रेस भी सत्ता प्राप्ति के लिए मैदान में संर्घष कर रही हैं। दिल्ली विधानसभा की सभी 70 सीटों के लिए 8 फरवरी को वोट डाले जाएंगे और मतगणना 11 फरवरी को होगी।
उल्लेखनीय है कि 2015 के विधानसभा चुनाव में यहां कांग्रेस अपना खाता नहीं खोल पाई। बीजेपी को 3 सीटें मिली। जबकि आम आदमी पार्टी ने 67 सीटों का कब्जा जमाया। हालांकि लोकसभा सीट में बीजेपी ने सभी 7 सीटों पर जीत हासिल की है।
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