जोन और मंडल वॉकी-टॉकी की कमी दूर करने के लिए उठाएं कदम : रेलवे बोर्ड

जोन और मंडल वॉकी-टॉकी की कमी दूर करने के लिए उठाएं कदम : रेलवे बोर्ड

  •  
  • Publish Date - July 4, 2024 / 08:18 PM IST,
    Updated On - July 4, 2024 / 08:18 PM IST

नयी दिल्ली, चार जुलाई (भाषा) रेलवे बोर्ड ने सभी जोन और मंडलों को वीएचएफ (वेरी हाई फ्रीक्वेंसी) हैंडसेट के रखरखाव और कमी के मुद्दे का समाधान करने का निर्देश दिया है।

वीएचएफ हैंडसेट को आम बोलचाल की भाषा में वॉकी-टॉकी कहते हैं जिनका इस्तेमाल लोको पायलट, सहायक लोको पायलट, गार्ड, स्टेशन मास्टर और सुरक्षित ट्रेन परिचालन से जुड़े अधिकारी एक दूसरे से संचार करने के लिए करते हैं।

बोर्ड के निर्देश से पहले विभिन्न जोन एवं मंडलों के सुरक्षा श्रेणी के कर्मचारियों ने वीएचएफ सेट की ‘दयनीय स्थिति’ और कमी को लेकर लिखित शिकायत अपने-अपने विभागाध्यक्षों से की थी।

रेलवे बोर्ड ने अप्रैल 2022 में जोन को गुणवत्ता वाले वॉकी-टॉकी सेट की कमी को दूर करने के लिए अन्य उपायों के साथ-साथ चालक दल के लिए वीएचएफ सेट खरीदने का परामर्श दिया था।

बोर्ड ने 26 जून को लिखे पत्र कहा, ‘‘हालांकि, यह देखा गया है कि कुछ रेलवे जोन चालक दल के लिए वीएचएफ सेट की कमी का सामना कर रहे हैं।’’इसमें कहा गया है कि ट्रेन परिचालन के लिए वीएचएफ संचार बहुत महत्वपूर्ण है और इसकी अनुपलब्धता एक गंभीर सुरक्षा चिंता का विषय है।

बोर्ड ने गुणवत्तापूर्ण वीएचएफ सेट की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए कई निर्देश दिए।

इस बीच, विभिन्न रेलवे जोन के कई गार्ड और ट्रेन चालकों ने वीएचएफ सेट की दयनीय स्थिति के बारे में शिकायत की है।

नेशनल फेडरेशन ऑफ इंडियन रेलवेमेन (एनएफआईआर) के सहायक महासचिव अशोक शर्मा ने कहा, ‘‘वीएचएफ सेट का रखरखाव बहुत खराब और दयनीय है। इसके कारण इन उपकरणों का उपयोग करने वाले परिचालन कर्मचारियों को समस्याओं का सामना करना पड़ता है। अक्सर, ट्रेन संचालन के दौरान ये खराब हो जाते हैं, जिससे चालकों और गार्ड को भारी परेशानी होती है।’’

ऑल इंडिया गार्ड्स काउंसिल की झांसी शाखा ने भी अपने मंडल में वीएचएफ सेट की खराब कार्यप्रणाली को उजागर किया है। संगठन ने कहा, ‘‘वॉकी-टॉकी सेट की स्थिति दयनीय है, क्योंकि उनकी बैटरी एक बार इस्तेमाल करने के बाद खत्म हो जाती हैं।

भाषा धीरज माधव

माधव