पटना। Prayagraj Mahakumbh 2025 Invitation : बिहार के राज्यपाल राजेंद्र आर्लेकर और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को गुरुवार को उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार की ओर से प्रयागराज में जनवरी में शुरू होने वाले धार्मिक समागम ‘महाकुंभ’ के लिए निमंत्रण मिला। योगी सरकार के दो मंत्रियों राकेश सचान और दयाशंकर सिंह ने गुरुवार को पटना पहुंच कर आर्लेकर और कुमार को निमंत्रण पत्र सौंपा।
मंत्रियों ने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ‘महाकुंभ 2025 को भारत की सांस्कृतिक एकता का वैश्विक प्रतीक बनाने के लिए समर्पित है’ और यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठा रही है कि ‘यह आयोजन ऐतिहासिक हो, जिसमें अंतरराष्ट्रीय भागीदारी और अत्याधुनिक सुविधाएं हों। मंत्रियों ने कहा कि इस साल का महाकुंभ भव्यता के मामले में पिछले सभी महाकुंभ को पीछे छोड़ देगा, जिसमें 45 करोड़ से अधिक तीर्थयात्रियों, संतों, तपस्वियों और पर्यटकों के आने की उम्मीद है। मंत्रियों ने व्यवस्थाओं के लिए ‘‘माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा और मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व’’ को श्रेय दिया।
भाजपा नेताओं ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री एवं राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद से भी उनके आवास पर मुलाकात की। राजद प्रमुख से मुलाकात के बाद सचान ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमने योगी जी का निमंत्रण लालू जी को दिया। बिहार उत्तर प्रदेश की सीमा से सटा हुआ है और इस राज्य के लोग बड़ी संख्या में कुंभ मेले में आते हैं। हम बिहार के नेताओं से मिलकर उनसे अनुरोध कर रहे हैं कि वे कुंभ के लिए कुछ समय निकालें।’’ उन्होंने कहा, ‘‘लालू जी ने हमें आश्वासन दिया है कि वह कुंभ मेले के दौरान प्रयागराज आएंगे। हमने लालू जी से पूरे परिवार के साथ आने का आग्रह किया है।’’
महाकुंभ 2025 जनवरी में प्रयागराज में शुरू होगा।
इस साल महाकुंभ में 45 करोड़ से अधिक तीर्थयात्रियों, संतों, तपस्वियों और पर्यटकों के आने की उम्मीद है।
उत्तर प्रदेश सरकार का उद्देश्य महाकुंभ 2025 को भारत की सांस्कृतिक एकता का वैश्विक प्रतीक बनाना है और इसे ऐतिहासिक बनाना है, जिसमें अंतरराष्ट्रीय भागीदारी और अत्याधुनिक सुविधाएं होंगी।
जी हां, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राज्यपाल राजेंद्र आर्लेकर को महाकुंभ 2025 के लिए निमंत्रण मिला है। इसके साथ ही लालू यादव को भी निमंत्रण दिया गया है।
महाकुंभ 2025 में अंतरराष्ट्रीय भागीदारी, अत्याधुनिक सुविधाओं और बेहतरीन व्यवस्थाओं की योजना बनाई जा रही है ताकि यह आयोजन ऐतिहासिक और यादगार बने।