कानपुर, 16 नवंबर (भाषा) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को यहां सीसामऊ विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार के पक्ष में आयोजित रोड शो में शामिल हुए।
कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच योगी का रोड शो निकला। खतरे की आशंका के बाद आला अधिकारियों ने आसमान से नजर रखने के लिए आधा दर्जन से ज्यादा ड्रोन तैनात किए। रास्ते में पड़ने वाली इमारतों की छतों पर 200 से ज्यादा पुलिसकर्मी भी तैनात किए गए। शांतिपूर्ण आयोजन सुनिश्चित करने के लिए अर्धसैनिक बलों, प्रांतीय सशस्त्र पुलिस और बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था।
यह रोड शो बजरिया से रामबाग, हरसहाय कॉलेज, निरंजन निवास, गोपाल टॉकीज, सेंट्रल बैंक चौराहा, विजय टावर, लेनिन पार्क, ज्वालादेवी, आनंद बाग होते हुए संगीत टॉकीज पर समाप्त हुआ।
योगी के रोड शो में कानपुर की महापौर प्रमिला पांडे समेत करीब 500 महिलाएं शामिल हुईं, जो हाथ में ‘कमल’ (भाजपा का चुनाव चिन्ह) लिए विशेष साड़ी पहनी हुईं थीं।
योगी का हेलीकॉप्टर पांडु नगर स्थित आईटीआई कॉलेज के हेलीपैड पर उतरा, जहां से मुख्यमंत्री भाजपा प्रत्याशी सुरेश अवस्थी के समर्थन में रोड शो के लिए बजरिया स्थित रामबाग तिराहा पहुंचे। योगी की एक झलक पाने के बाद लोगों ने रथ पर सवार योगी पर पुष्प वर्षा करनी शुरू कर दी।
करीब एक घंटे के रोड शो में योगी ने हर वर्ग और समाज से संपर्क कर भाजपा प्रत्याशी की जीत सुनिश्चित करने के लिए समर्थन जुटाने की पूरी कोशिश की। जहां-जहां योगी का रथ निकला, लोग योगी पर पुष्प वर्षा कर समर्थन जताते रहे।
रोड शो के दौरान ”मोदी-योगी जिंदाबाद” का गीत बजता रहा और लोगों ने योगी की ओर भगवा झंडे लहराए। छतों से सेल्फी लेने और कतारों में खड़े होने का युवाओं में क्रेज भी देखने को मिला।
लोग नाचते हुए और नारे लगाते हुए नजर आए, ”बंटेंगे तो कंटेंगे, एक रहेंगे तो नेक रहेंगे’ और ‘फतवे से न फरमान से, देश चलेगा बाबा साहब के संविधान से’।
रोड शो के दौरान मथुरा, काशी और अयोध्या को याद करने की अपील की गई। इस दौरान इलाके के बाजार बंद रहे। मुख्यमंत्री ने लोगों से कहा कि 20 नवंबर को अपने अधिकारों का प्रयोग करते समय दो चीजें न भूलें… राम मंदिर और भाजपा का प्रतीक कमल। योगी आदित्यनाथ नौ नवंबर को भी चुनाव प्रचार के लिए कानपुर आए थे और उस समय उनकी जनसभा दर्शन पुरवा सेंट्रल पार्क में आयोजित की गई थी।
भाषा
सं, आनन्द, रवि कांत
रवि कांत