नई दिल्ली । दिल्ली विधानसभा चुनाव में बीजेपी के जीत के दावे को स्वराज इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष योगेंद्र यादव ने खारिज करते हुए कहा कि दिल्ली चुनाव में भाजपा अपनी सांप्रदायिकता की राजनीति में कामयाब नहीं होगी। यादव ने कहा कि अगर दस दिन के प्रचार में भाजपा की यह ‘घृणा’ सफल होती है, तो यह चुनाव जीतने का नेशनल मॉडल बन जाएगा। फिर तो किसी को काम करने की जरूरत ही नहीं है।
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यादव ने कहा कि चुनाव से दस दिन पहले शाहीन बाग जैसा कोई मुद्दा उछालो और चुनाव जीत जाओ। मुझे लगता है कि ‘घृणा’ हारेगी। कुछ इसी ट्रेंड से मिलता-जुलता मॉडल 2019 में तीन राज्यों के विधानसभा चुनावों में भी प्रयोग किया गया, लेकिन भाजपा को उसमें कामयाबी नहीं मिली। यादव ने कहा कि महाराष्ट्र में बीजेपी के हाथ से सत्ता चली गई, तो हरियाणा में जुगाड़ कर सरकार बनानी पड़ी। झारखंड में पूरी तरह साफ हो गए। राज्यों में चुनाव स्थानीय मुद्दों पर लड़े जाते हैं। वहां राष्ट्रीय मुद्दा नहीं चलता। दिल्ली में भी यही होने जा रहा है।
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योगेंद्र यादव ने कहा कि, पत्रकार जगत में भले ही कुछ भी बयानबाजी चल रही हो, नेता एक दूसरे पर धर्म को लेकर कैसी भी टीका-टिप्पणी कर रहे हों, मगर चुनाव में स्थानीय मुद्दे ही हावी रहेंगे। लोग शिक्षा पर बात करना पसंद करेंगे। वे स्वास्थ्य पर बोलेंगे और दूसरी सुविधाएं भी उनके दिमाग में रहेंगी। बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि अब आप दिल्ली में सीएए या 370 जैसे मुद्दों पर चुनाव जीतने की रणनीति बना रहे हों, तो उसमें कामयाबी मिलना बहुत मुश्किल है।