Year Ender 2023: रायपुर। वर्ष 2023 की विदाई और वर्ष 2024 की अगुवाई की ये संधिबेला है। गत के विगत और आगत के स्वागत की ये घड़ी है। वर्ष 2024 के आगमन में सबके मंगल की कामना तो भारत के विश्वगुरू बनने की संभावना निहित है। जी हां…वर्ष 2024 भारत के विश्वगुरू बनने की राह में मील का पत्थर प्रमाणित होने जा रहा है। वर्ष 2024 भारत का वर्ष है।
प्रगति पथ पर बढ़ता भारत नित रोज अपनी नई उपलब्धियों की गाथा लिख रहा है। वर्ष 2023 में भी भारत ने अपने खाते में सफलताओं के कई मुकाम दर्ज किए। थल से लेकर जल तक और जल से लेकर पाताल तक…थल से लेकर नभ तक और नभ से लेकर अंतरिक्ष तक…हर तरफ भारत की सफलता की कीर्तिपताका लहरा रही है। जीवन के हर उस क्षेत्र में जिसका संबंध सुधार और विकास से जुड़ा है, युगांतकारी परिवर्तन हो रहे हैं। अंग्रेजों के जमाने के कानूनों से मुक्ति दिलाकर देश को उसका अपना कानून दिलाने की बात हो या फिर अपना खुद का डिजिटल प्लेटफार्म हो, भारत दुनिया के विकसित देशों के साथ मुकाबला कर रहा है। उन्नत शहरों का आधुनिकीकरण करके उन्हें विश्व के अगुवा शहरों के समकक्ष खड़ा करने की कोशिश हो या फिर ग्रामीण इलाकों में रहने वाले वंचित वर्ग तक सुविधाओं और उनकी बुनियादी जरूरतें पूरी करने का संकल्प हो, भारत अपने लोगों की हर अपेक्षाओं पर खरा उतर रहा है।
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देश को आधुनिकीकरण की राह में आगे बढ़ाने के लिए चाहे उन्नत तकनीक हासिल करने की संकल्पना हो या फिर पुरातन धार्मिक नगरों को उनका पुराना वैभव लौटाने की परिकल्पना हो भारत आज नये मापदंड स्थापित कर रहा है। सफलता की रोज लिखी जाने वाली यही कहानियां इस बात को प्रमाणित करती हैं कि भविष्य भारत का है। भारत विश्वगुरू बनने की ओर अग्रसर है। विश्व की तमाम आर्थिक एजेंसियां अगर भारत की आर्थिक तरक्की को आधार मानकर उसके तीसरी आर्थिक महाशक्ति बन जाने की भविष्यवाणी कर रही हैं तो इसके पीछे भारत की सफलता की यही कहानियां हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तो अपने तीसरे कार्यकाल में देश को दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने की गारंटी दे ही चुके हैं।
जी हां..भारत को अब दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने से दुनिया की कोई ताकत नहीं रोक सकती। क्योंकि ये नया आत्मनिर्भर भारत है जो अब अपनी तरक्की के लिए किसी दूसरे देश से मदद मिलने का मोहताज नहीं है। ये नया सर्वशक्तिशाली भारत है जिसकी ओर दुनिया समस्या की घड़ी में समाधान की आस से देखती है। ये नया स्वाभिमानी भारत है जो आपदा की घड़ी में अपने नागरिकों को हर चुनौती को स्वीकार करके सकुशल निकाल लाने का सामर्थ्य रखता है। ये नये तेवरों वाला भारत है जो अब दुनिया की आंख में आंख डालकर देखता है। ये नया विश्वमित्र भारत है जो संकट की घड़ी में मानवता की रक्षा की खातिर दुनिया के किसी भी कोने में पहुंच जाता है। जब सब कुछ इतना सकारात्मक और संभावनाओं से भरा है तो फिर भला भारत को विश्वगुरू बनने से कौन रोक सकता है। जी हां 2024 भारत का वर्ष है।