यतनाल का खेमा दिल्ली में, वक्फ पर जेपीसी को ज्ञापन प्रस्तुत करेगा

यतनाल का खेमा दिल्ली में, वक्फ पर जेपीसी को ज्ञापन प्रस्तुत करेगा

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  • Publish Date - December 3, 2024 / 08:06 PM IST,
    Updated On - December 3, 2024 / 08:06 PM IST

नयी दिल्ली/बेंगलुरु तीन दिसंबर (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बसनगौड़ा पाटिल यतनाल के पूरे खेमे के फिलहाल दिल्ली में होने के बीच इस खेमे के भाजपा विधायक रमेश जरकीहोली ने मंगलवार को कहा कि वे वक्फ पर संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) को अपनी रिपोर्ट सौंपने के लिए राष्ट्रीय राजधानी में हैं, न कि किसी अन्य मकसद से।

जरकीहोली ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बी वाई विजयेंद्र पर उनके खिलाफ दुष्प्रचार करने का आरोप लगाया। जरकीहोली ने विजयेंद्र पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का भी आरोप लगाया है।

जरकीहोली ने दिल्ली में संवाददाताओं से कहा, “हम यहां वक्फ बोर्ड पर जेपीसी को अपना प्रत्यावेदन देने आए हैं। हम व्यक्तिगत रूप से जेपीसी से मिलेंगे।”

गोकक से भाजपा विधायक ने कहा कि उन्होंने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे पी नड्डा से मिलने के लिए भी समय मांगा है।

जरकीहोली ने कहा, “संसद सत्र चल रहा है। अगर वह समय देते हैं, तो हम उनसे मिलेंगे। अगर वह नहीं देते हैं, तो हम फिर से आएंगे।”

यतनाल भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा और उनके परिवार, खासकर उनके बेटे और पार्टी के कर्नाटक प्रमुख बी वाई विजयेंद्र के कड़े आलोचक हैं।

उन्होंने अक्सर उन पर निशाना साधा है और मांग की है कि भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व कांग्रेस की ‘वंशवाद की राजनीति’ के खिलाफ प्रभावी ढंग से लड़ने के लिए येदियुरप्पा की ‘वंशवाद की राजनीति’ पर अंकुश लगाए।

यतनाल ने विधायक रमेश जरकीहोली, अरविंद लिंबावली, महेश कुमताहल्ली और मधु बंगारप्पा सहित भाजपा के कुछ वरिष्ठ नेताओं के साथ मिलकर बीदर से चामराजनगर तक एक महीने तक चलने वाला वक्फ विरोधी मार्च शुरू किया हुआ है। यह मार्च 25 नवंबर को शुरू हुआ है और 25 दिसंबर को समाप्त होगा।

इस मार्च को भाजपा के भीतर विजयेंद्र विरोधी गुट के शक्ति प्रदर्शन के रूप में देखा जा रहा है।

जरकीहोली ने कहा कि वह भाजपा के सभी वरिष्ठ नेताओं से मिलकर उनका मार्गदर्शन लेना चाहते हैं।

अपने दिल्ली दौरे के बारे में उन्होंने कहा कि यह वक्फ पर संयुक्त संसदीय समिति को अपना प्रत्यावेदन सौंपने के लिए एक पूर्व नियोजित कार्यक्रम है।

जरकीहोली ने बताया कि वक्फ विरोधी अभियान का पहला चरण एक दिसंबर को पूरा होने के बाद उन्हें वक्फ संशोधन विधेयक पर गठित जेपीसी के सदस्यों से मिलना था और इसमें कुछ खास नहीं है।

उन्होंने कहा, “प्रदेश अध्यक्ष होने के बावजूद वह(विजयेंद्र) पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त हैं, हम नहीं। विजयेंद्र की टीम वक्फ विरोधी अभियान को विफल करने की कोशिश कर रही है। अगर उन्होंने इसे गंभीरता से लिया होता तो हम उनसे सवाल नहीं करते। अगर उन्होंने बसनगौड़ा पाटिल यतनाल से पहले ऐसा किया होता तो हम यह अभियान नहीं चलाते।”

इस बीच पत्रकारों से बात करते हुए भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बी वाई विजयेंद्र ने कहा कि भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ पार्टी को मजबूत करने के लिए बेंगलुरु आए हैं।

उन्होंने संवाददाताओं से कहा, “यह एक संगठन पर्व है, जो सदस्यता अभियान से जुड़ा है। इस सिलसिले में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ और कर्नाटक के सह-प्रभारी सुधाकर रेड्डी बेंगलुरु आए हैं।’

उन्होंने कहा कि इसमें कोई राजनीति शामिल नहीं है।

भाषा

नोमान पवनेश

पवनेश