Yashwant Sinha New Party: नई दिल्ली। झारखंड में विधानसभा चुनाव के ऐलान से पहले सियासी हलचल काफी ज्यादा बढ़ने लगी है। एक तरफ जहां पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) से नाता तोड़ भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने जा रहे हैं। तो वहीं, अब पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा को लेकर खबर सामने आ रही है कि वो अपनी पार्टी बनाने जा रहे हैं। बता दें कि यशवंत सिन्हा की अगुवाई वाली पार्टी के गठन का फैसला हजारीबाग में अटल विचार मंच की बैठक में लिया गया। इतना ही नहीं इस पार्टी का नाम भी अटलबिहारी वाजपेयी के नाम पर ही होगा।
मिली जानकारी के मुताबिक, हजारीबाग के अटल भवन में अटल विचार मंच की बैठक हुई। प्रोफेसर सुरेंद्र सिन्हा की अध्यक्षता में हुई बैठक में देश के विदेश और वित्त मंत्री रह चुके यशवंत सिन्हा भी मौजूद थे। बता दें कि सुरेंद्र सिन्हा, यशवंत सिन्हा के बेटे जयंत के संसदीय क्षेत्र प्रतिनिधि भी थे। अटल विचार मंच की बैठक में झारखंड की राजनीतिक परिस्थितियों पर चर्चा के बाद राजनीतिक पार्टी के गठन का प्रस्ताव पारित किया गया।
यशवंत सिन्हा ने कहा कि, आज की राजनीति चाटुकारिता की हो गई है। भारत रत्न अटलबिहारी वाजपेयी के विचारों पर चलकर ही समाज को स्वच्छ राजनीति कर हर वर्ग का उत्थान किया जा सकता है। उनके विचारों और सिद्धांतों पर चलने की आवश्यकता है। इस संगठन में समाज के हर वर्ग के लोगों को जोड़ा जाएगा। बैठक में अटल विचार मंच के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने र्व पीएम अटलबिहारी वाजपेयी के विचारों पर चलकर उनके सपनों को पूरा करने का हर संभव प्रयास का संकल्प जाहिर किया।
यशवंत सिन्हा की अगुवाई में पार्टी का गठन कब तक होगा, फिलहाल इसकी कोई जानकारी अभी सामने नहीं आई है। बता दें कि, यशवंत सिन्हा जनता दल और बीजेपी के बाद 2021 में ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुए थे, लेकिन अब पार्टी में उनकी बिल्कुल भी सक्रियता नहीं है। पिछले राष्ट्रपति चुनाव में विपक्षी दलों ने यशवंत सिन्हा को ही उम्मीदवार बनाया था। हजारीबाग सीट से संसदीय लंबी पारी खेल चुके यशवंत सिन्हा के बेटे जयंत सिन्हा इस सीट से सांसद रहे हैं। इस बार बीजेपी ने जयंत का टिकट काट दिया था।