नई दिल्ली: भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ गंभीर आरोप लगाने वाले और देश की राजधानी में उनके खिलाफ आंदोलन छेड़कर सुर्खियां बटोरनें वाले पहलवालों में शामिल रही साक्षी मालिक ने अपने पति सत्यव्रत कादियान के साथ एक वीडियों जारी किया है। (Wrestler Sakshi Malik released video with husband Satyavrat Kadian) वीडियों में उन्होंने आंदोलन से जुड़ी बातों का जिक्र करते हुए इस बात का खुलासा किया है कि यह पूरा आंदोलन राजनीति से प्रेरित नहीं था। साथ ही उन बातो से भी पर्दा उठाया है, जिसे लेकर देशभर में उनके खिलाफ प्रचार किया जाने लगा था।
सत्यव्रत कादियान ने बताया कि पिछले महीने 30 मई को पहलवान सरकार के व्यवहार से दुखी होकर वे हरिद्वार पहुंचे थे। यहाँ वे अपना मैडल गंगा में बहाने की योजना के साथ पहुंचे थे, लेकिन आखिर में उन्होंने ऐसा नहीं किया और अपने मैडल नहीं बहाये।
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सत्यव्रत ने बताया कि वे जैसे ही वहां पहुंचे, उनके आन्दोलनकर्ता साथी बजरंग पुनिया को कुछ लोग अपने साथ ले गए। उन्होंने बजरंग को आश्वासन दिया कि वो अपना मैडल न बहाये। सरकार इस बारे में एक अहम मीटिंग कर रही है। शाम 7 बजे तक कोई न कोई निर्णय ले लिया जाएगा। इसके बाद उन्होंने शाम तक बजरंग को अपने साथ ही रखा और उन्हें मेडल को बहाने से रोका गया। लेकिन इसी बीच वहां बड़ी संख्या में लोग इकट्ठे हो गए, संभवतः वे सरकार की तरफ से पहुंचे थे। ऐसे में अगर वे मैडल बहाते तो हिंसा भड़कने या फिर हालात खराब होने की आशंका थी।
गौरतलब है कि 30 मई को पहलवानो कि इस योजना पर हरिद्वार के संगठनो ने आपत्ति जताया थी और उन्हें मैडल गंगा में नहीं बहाने कि चेतावनी दी थी। (Wrestler Sakshi Malik released video with husband Satyavrat Kadian) संगठनों ने कहा था कि हरिद्वार एक धार्मिक स्थल है न कि राजनितिक अखाड़ा। संगठनो कि इस अपील के बाद हरिद्वार में स्थित और भी संवेदनशील हो गई थी। हालाँकि पहलवान अपने मैडल के साथ वापिस लौट गए थे।
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