‘ब्लू लाइन’ पर बिगड़ते हालात से चिंतित: भारत ने पश्चिम एशिया के संघर्ष पर कहा

‘ब्लू लाइन’ पर बिगड़ते हालात से चिंतित: भारत ने पश्चिम एशिया के संघर्ष पर कहा

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  • Publish Date - October 11, 2024 / 04:37 PM IST,
    Updated On - October 11, 2024 / 04:37 PM IST

नयी दिल्ली, 11 अक्टूबर (भाषा) दक्षिण लेबनान में तेज होते संघर्ष में संयुक्त राष्ट्र के शांति रक्षकों के फंस जाने की खबरों के बीच भारत ने शुक्रवार को कहा कि वह पश्चिम एशिया के कुछ हिस्सों में बिगड़ते सुरक्षा हालात को लेकर चिंतित है।

विदेश मंत्रालय ने एक बयान में यह भी कहा कि भारत हालात पर करीब से नजर बनाए हुए है।

उसने कहा, ‘‘हम ‘ब्लू लाइन’ पर बिगड़ते सुरक्षा हालात को लेकर चिंतित हैं। हम हालात पर करीब से नजर बनाए हुए हैं।’’

संयुक्त राष्ट्र द्वारा रेखांकित ब्लू लाइन 120 किलोमीटर लंबी है और लेबनान को इजराइल और गोलान हाइट्स से अलग करती है लेकिन यह कोई आधिकारिक अंतरराष्ट्रीय सीमा नहीं है।

विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा, ‘‘संयुक्त राष्ट्र परिसरों की पवित्रता का सभी को सम्मान करना चाहिए तथा संयुक्त राष्ट्र शांति सैनिकों की सुरक्षा और उनके कार्यक्षेत्र की शुचिता सुनिश्चित करने के लिए उचित उपाय किए जाने चाहिए।’’

लेबनान में संयुक्त राष्ट्र शांति रक्षण मिशन ‘लेबनान में संयुक्त राष्ट्र अंतरिम बल’ (यूएनआईएफआईएल) ने 10 अक्टूबर को एक बयान में कहा, ‘‘ब्लू लाइन पर हाल में तनाव बढ़ने से दक्षिण लेबनान में कस्बों और गांवों में व्यापक विनाश हो रहा है’’।

बयान में आरोप लगाया गया, ‘‘पिछले दिनों में, हमने नकौरा और अन्य क्षेत्रों में लेबनान में इजराइल की ओर से घुसपैठ देखी है। इजराइल रक्षा बल (आईडीएफ) के सैनिकों ने लेबनान में हिजबुल्ला के तत्वों के साथ संघर्ष किया है।’’

भाषा वैभव पवनेश

पवनेश