जयपुर, 29 नवंबर (भाषा) राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने आदिवासी लोगों की शिक्षा और कल्याण के लिए मिलकर काम करने का आह्वान किया।
वह यहां जवाहर कला केंद्र के शिल्प ग्राम में ‘आदि महोत्सव’ के उद्घाटन अवसर पर बोल रहे थे।
उन्होंने महोत्सव में देशभर के राज्यों से भाग ले रहे शिल्पकारों और कलाकारों का अभिनंदन करते हुए लोगों से आह्वान किया कि वे दैनिक जीवन में जनजातीय उत्पादों का अधिकाधिक उपयोग करें।
आधिकारिक बयान के अनुसार, बागडे ने समारोह में बिरसा मुंडा की स्मृति को नमन करते हुए कहा कि वह अंग्रेजों से ही नहीं लड़े बल्कि आदिवासी क्षेत्रों में निरंतर जागरूकता का कार्य किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पहल पर 2021 से प्रति वर्ष 15 नवंबर को जनजाति गौरव दिवस मनाया जाता है जो जनजातीय परंपराओं को सहेजने, उनके विकास और उनके समग्र कल्याण को समर्पित है।
उन्होंने जनजातियों के समग्र विकास के लिए उनसे जुड़े क्षेत्र की आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर उनकी आजीविका के अधिकाधिक अवसर प्रदान करने की आवश्यकता जताई।
इस महोत्सव का आयोजन जनजातीय कार्य मंत्रालय, भारत सरकार और ट्राइफेड ने मिलकर किया है।
बागडे ने ‘आदि महोत्सव’ में विभिन्न राज्यों से आए शिल्पकारों द्वारा प्रदर्शित उत्पाद स्टाल का अवलोकन किया।
भाषा पृथ्वी कुंज नेत्रपाल
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