पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को समर्पित डिजिटल संग्रह पर किया जा रहा है काम

पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को समर्पित डिजिटल संग्रह पर किया जा रहा है काम

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  • Publish Date - November 13, 2024 / 03:48 PM IST,
    Updated On - November 13, 2024 / 03:48 PM IST

नयी दिल्ली, 13 नवंबर (भाषा) भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू से संबंधित सामग्री पढ़ना या उस पर शोध करना अगले साल से सुगम हो जाएगा क्योंकि उन्हें समर्पित एक डिजिटल संग्रह पर काम जारी है। इसके तैयार हो जाने पर नेहरू से संबंधित जानकारी माउस के एक क्लिक पर या मोबाइल फोन पर उपलब्ध होगी।

‘नेहरू आर्काइव’ अगले साल 14 नवंबर को पूर्व प्रधानमंत्री की जयंती पर ‘ऑनलाइन’ होगा।

जवाहरलाल नेहरू स्मारक निधि (जेएनएमएफ) ने बुधवार को अत्याधुनिक मल्टीमीडिया डिजिटल आर्काइव ‘द नेहरू आर्काइव’ की घोषणा की।

यह ‘द सेलेक्टेड वर्क्स आफ जवाहरलाल नेहरू’, 1947 से 1964 तक मुख्यमंत्रियों को लिखे उनके पत्र और जवाहरलाल नेहरू द्वारा प्रकाशित पुस्तकें जैसे ‘पिता के पत्र’, ‘विश्व इतिहास की झलक, आत्मकथा’, ‘द यूनिटी आफ इंडिया’, ‘डिस्कवरी आफ इंडिया’, ‘ए बंच आफ ओल्ड लेटर्स’ और उनके कम प्रसिद्ध लेखन शामिल हैं।

डिजिटल संग्रह को अमेरिका स्थित विल्सन सेंटर की तर्ज पर बनाया जा रहा है। इसमें 1917 से 1964 तक के नेहरू के भाषण, उनके समकालीनों द्वारा उन पर लिखे गए लेख, वैश्विक अभिलेखागार से उनके बारे में सामग्री और पूर्व प्रधानमंत्री के कम प्रसिद्ध प्रकाशित और अप्रकाशित लेख भी शामिल होंगे।

यह पूछे जाने पर कि क्या यह नेहरू के बारे में कुछ गलत विमर्शों और उन पर किए गए राजनीतिक हमलों का मुकाबला करने का एक प्रयास है, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं जेएनएमएफ के ट्रस्टी जयराम रमेश ने इस बात पर जोर दिया कि यह कोई राजनीतिक कवायद नहीं बल्कि एक बौद्धिक और ऐतिहासिक कवायद है।

रमेश ने कहा कि डिजिटल संग्रह से उपयोगकर्ता को नेहरू से जुड़ी सामग्री आसानी से उपलब्ध हो जाएगी, जिसे कोई भी खोज सकता है और डाउनलोड कर सकता है।

जेएनएमएफ के उपाध्यक्ष कर्ण सिंह ने कहा, ‘‘मुझे यकीन है कि यह संग्रह नेहरू को आने वाली पीढ़ियों के लिए और अधिक सुलभ बनाएगा, जिन्हें आधुनिक भारत और विश्व के निर्माण में उनके योगदान के बारे में जानकारी की आवश्यकता है।’’ जेएनएमएफ के सचिव प्रोफेसर माधवन के पलात ने कहा, ‘‘हमारा लक्ष्य संग्रह को यथासंभव व्यापक, खुला और गतिशील बनाना है, जो नये अभिलेखीय स्रोतों के उपलब्ध होने पर लगातार अद्यतन होता रहे। यह जवाहरलाल नेहरू पर शोध और अध्ययन के लिए सबसे महत्वपूर्ण स्रोत होना चाहिए।’’

जेएनएमएफ की स्थापना 1964 में ट्रस्ट की घोषणा के विलेख के माध्यम से की गई थी। इसने ‘द सेलेक्टेड वर्क्स आफ जवाहरलाल नेहरू’ प्रकाशित किए हैं और जवाहरलाल नेहरू स्मारक व्याख्यान का आयोजन किया है।

यह प्रतिष्ठित विद्वानों को प्रतिवर्ष जवाहरलाल नेहरू स्मारक फैलोशिप भी प्रदान करता है, विभिन्न विषयों में डॉक्टरेट छात्रों को छात्रवृत्ति प्रदान करता है और प्रयागराज में आनंद भवन और जवाहर तारामंडल का प्रबंधन करता है।

वर्तमान में इसके 14 ट्रस्टी हैं और इसकी प्रमुख कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी हैं।

भाषा अमित पवनेश

पवनेश