नयी दिल्ली, 31 जनवरी (भाषा) राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शुक्रवार को सरकार की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के इस तीसरे कार्यकाल में तीन गुना अधिक गति से काम हो रहा है तथा अर्थव्यवस्था को ‘पॉलिसी पैरालिसिस’ (नीतिगत पंगुता) जैसी परिस्थितियों से उबारने के लिए मजबूत इच्छाशक्ति दिखाई गई है।
बजट सत्र की शुरुआत में संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति मुर्मू ने यह भी कहा कि ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ और वक्फ (संशोधन) विधेयक जैसे कानूनों पर तेज गति से कदम आगे बढ़ाया गया है।
मुर्मू ने यह भी कहा कि भारत की विकास यात्रा के इस अमृतकाल को सरकार अभूतपूर्व उपलब्धियों के माध्यम से नयी ऊर्जा दे रही है।
राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि दी तथा महाकुंभ में हुई भगदड़ में 30 श्रद्धालुओं की मौत पर दुख जताया।
उन्होंने सरकार के विकास कार्यों का उल्लेख करते हुए कहा, ‘‘सरकार के तीसरे कार्यकाल में तीन गुना तेज गति से काम हो रहा है।’’
राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘सरकार ने अर्थव्यवस्था को ‘पॉलिसी पैरालिसिस’ जैसी परिस्थितियों से उबारने के लिए मजबूत इच्छाशक्ति के साथ काम किया है। कोविड और उसके बाद के हालात एवं युद्ध जैसी वैश्विक चिंताओं के बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था ने जो स्थायित्व दिखाया है, वह उसके सशक्त होने का प्रमाण है।’’
उन्होंने कहा ‘‘मेरी सरकार ने कारोबार सुगमता को बढ़ावा देने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।’’
राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘एक राष्ट्र, एक चुनाव और वक्फ संशोधन विधेयक जैसे कई महत्वपूर्ण विषयों पर तेज गति से कदम आगे बढ़ाया गया है।’’
उल्लेखनीय है कि ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ से संबंधित दो विधेयकों पर इन दिनों संसद की एक संयुक्त समिति विचार कर रही है वहीं वक्फ संशोधन विधेयक पर विचार करने वाली संयुक्त संसदीय समिति ने अपनी रिपोर्ट लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को सौंप दी है तथा संबंधित विधेयक इस बजट सत्र के लिए सूचीबद्ध किया गया है।
राष्ट्रपति ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत 70 वर्ष और उससे अधिक उम्र के छह करोड़ वरिष्ठ नागरिकों को स्वास्थ्य बीमा देने का फैसला हुआ है।
उन्होंने इस बात का उल्लेख भी किया कि जनजातीय समाज के पांच करोड़ लोगों के लिए “धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष” अभियान प्रारंभ हुआ है।
उनके मुताबिक, सरकार के प्रयासों के कारण देश के 25 करोड़ लोग गरीबी रेखा से बाहर निकले हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘सरकार ने युवाओं की शिक्षा और उनके लिए रोज़गार के नए अवसर तैयार करने पर विशेष जोर दिया है।’’
राष्ट्रपति ने आठवें वेतन आयोग के गठन के प्रस्ताव का उल्लेख करते हुए कहा कि यह केंद्र सरकार के कर्मचारियों के वेतन में बड़ी वृद्धि का आधार बनेगा।
मुर्मू ने सरकार द्वारा महिला सशक्तीकरण की दिशा में उठाए गए कदमों का उल्लेख करते हुए कहा, ‘‘सरकार महिलाओं के नेतृत्व में देश को सशक्त बनाने में, यानी ‘वूमेन लेड डेवलपमेंट (महिलाओं के नेतृत्व)’ में विश्वास करती है। नारीशक्ति वंदन अधिनियम द्वारा लोकसभा और विधानसभाओं में महिलाओं के लिए आरक्षण इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।’’
राष्ट्रपति के अनुसार, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत 91 लाख से अधिक स्वयं सहायता समूहों को सशक्त किया जा रहा है।
मुर्मू ने कहा, ‘‘हमारी बैंकिंग और ‘डिजी पेमेंट सखियां’ दूर दराज के इलाक़ों में लोगों को वित्तीय व्यवस्था से जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।’’
राष्ट्रपति ने कहा कि सरकार राष्ट्रीय शिक्षा नीति के माध्यम से विद्यार्थियों के लिए आधुनिक शिक्षा प्रणाली तैयार कर रही है।’’ उन्होंने कहा कि सरकार ने युवाओं की शिक्षा और उनके लिए रोज़गार के नए अवसर तैयार करने पर विशेष ध्यान केंद्रित किया है।
उन्होंने कहा, ‘‘सहकारी क्षेत्र के आर्थिक सशक्तीकरण के लिए उठाए गए विभिन्न कदमों के फलस्वरूप रोजगार के अनेक अवसर सृजित हो रहे हैं।’’
राष्ट्रपति ने साइबर सुरक्षा से जुड़ी चुनौतियों का उल्लेख करते हुए कहा कि सरकार साइबर सुरक्षा में दक्षता सुनिश्चित करने की दिशा में निरंतर कार्यरत है।
उन्होंने कहा, ‘‘भारत में आधुनिक और आत्मनिर्भर कृषि व्यवस्था हमारा लक्ष्य है। सरकार किसानों को फसलों का उचित दाम दिलाने और उनकी आय बढ़ाने के लिए समर्पित भाव से काम कर रही है।’’
मुर्मू ने डिजिटल और कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) के क्षेत्रों में सरकार द्वारा उठाए गए कदमों का उल्लेख करते हुए कहा कि भारत डिजिटल प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में एक प्रमुख वैश्विक ताकत के रूप में अपनी उपस्थिति दर्ज करवा रहा है।
भाषा हक ब्रजेन्द्र वैभव हक मनीषा
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