वाम मोर्चे के अंदर या बाहर किसी को भी एसएफआई को नुकसान नहीं पहुंचाने देंगे: ए के बालन

वाम मोर्चे के अंदर या बाहर किसी को भी एसएफआई को नुकसान नहीं पहुंचाने देंगे: ए के बालन

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  • Publish Date - July 5, 2024 / 01:05 PM IST,
    Updated On - July 5, 2024 / 01:05 PM IST

तिरुवनंतपुरम, पांच जुलाई (भाषा) केरल में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) ने बृहस्पतिवार को कहा था कि अगर एसएफआई अपने तरीके नहीं बदलती तो यह वाम मोर्चा के लिए समस्या बन जाएगा, इसके एक दिन बाद माकपा नेता ए के बालन ने शुक्रवार को कहा कि एलडीएफ के अंदर या बाहर किसी को भी इस छात्र संगठन को नुकसान पहुंचाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।

बालन ने कहा कि मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने एक आंदोलन के रूप में स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) की स्थापना की थी और यह साल दर साल बढ़ रहा है।

उन्होंने कहा, ‘‘हम किसी को इसे नुकसान पहुंचाने नहीं देंगे। मैंने जो कहा है, वह वाम मोर्चा के अंदर और बाहर दोनों जगह के लोगों के लिए है।’’

बालन ने कहा कि जो लोग एसएफआई की प्रगति के समय और इस पर संकट के समय केरल के राजनीतिक परिदृश्य में या भारत में मौजूद नहीं थे, वे इसके इतिहास को नहीं समझेंगे।

उनकी टिप्पणियां जाहिर तौर पर बृहस्पतिवार को भाकपा के राज्य सचिव बिनॉय विश्वम की टिप्पणियों के जवाब में देखी जा रही हैं, जिन्होंने एसएफआई की कड़ी आलोचना करते हुए कहा था कि अगर इसने अपने तौर तरीकों को ठीक नहीं किया गया, तो यह राज्य में वाम मोर्चे के लिए समस्या बन जाएगा।

विश्वम ने संवाददाताओं से बातचीत के दौरान कहा कि माकपा की छात्र शाखा एसएफआई के तरीके वाम छात्र आंदोलन के तरीके नहीं हैं।

विश्वम ने कहा, ‘‘एसएफआई कार्यकर्ताओं को छात्र आंदोलन के इतिहास के बारे में पढ़ना चाहिए। उन्हें अपने उत्थान के बारे में और वे किसके पक्ष में खड़े हैं, इसका ज्ञान नहीं है। नया एसएफआई नहीं जानता कि वाम मोर्चा शब्द का अर्थ क्या है। वे अपनी राजनीतिक विचारधारा की गहराई को नहीं जानते।’’

उन्होंने कहा, ‘‘वे नयी दुनिया में वाम मोर्चे के दायित्वों के बारे में भी नहीं जानते हैं। उन्हें यह सब सिखाया जाना चाहिए। अगर उन्हें नहीं सिखाया गया तो एसएफआई वाम मोर्चे के लिए एक बोझ बन जाएगा और ऐसा नहीं होना चाहिए।’’

विश्वम एसएफआई की हाल की गतिविधियों के संदर्भ में बोल रहे थे जो सुर्खियों में रहीं थी, जिसमें एक कॉलेज के प्रधानाध्यापक को कथित तौर पर थप्पड़ मारना और केरल विश्वविद्यालय परिसर में केरल छात्र संघ (केएसयू) के एक नेता की पिटाई करना शामिल है।

भाषा

वैभव नरेश

नरेश