कोलकाता में भीड़भाड़ वाले भोजनालय के बाहर युवती की चाकू मारकर हत्या

कोलकाता में भीड़भाड़ वाले भोजनालय के बाहर युवती की चाकू मारकर हत्या

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  • Publish Date - January 31, 2025 / 10:14 PM IST,
    Updated On - January 31, 2025 / 10:14 PM IST

कोलकाता, 31 जनवरी (भाषा) कोलकाता के पूर्वी इलाके में एक प्रसिद्ध भोजनालय के बाहर एक नाबालिग समेत तीन लोगों ने 20 वर्षीय युवती को सरेआम खदेड़कर उसपर कथित तौर पर कई बार चाकू से हमला किया जिससे उसकी मौत हो गई। पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

पुलिस ने बताया कि हमले में 20 वर्षीय युवती की मौत हो गयी।

पुलिस के मुताबिक, मृतका की पहचान रोफिया शकील के रूप में हुई जिसपर बृहस्पतिवार को भोजनालय के पास एक कार से बाहर खींचकर हमला किया गया और उसे कथित तौर पर घसीटा गया। पुलिस ने कहा कि इस दौरान जब पीड़िता भागने लगी तो उसका पीछा करके उस पर जानलेवा हमला जारी रखा गया।

पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि तीनों संदिग्धों को पकड़ लिया गया और युवती के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।

अधिकारी ने बताया कि पुलिस नारकेलडांगा इलाके के राजा रामनारायण स्ट्रीट की रहने वाली युवती और मोहम्मद फारुख अंसारी के बीच विवाहेतर संबंध के संभावित पहलू की जांच कर रही है।

शकील को सरकारी एनआरएस मेडिकल कॉलेज और अस्पताल ले जाया गया, जहां आपातकालीन ओटी में ऑपरेशन के बावजूद शुक्रवार को लगभग दो बजे उसकी मौत हो गई।

चिकित्सकों ने अत्यधिक रक्तस्राव को मौत का संभावित कारण बताया।

‘पीटीआई-भाषा’ से बातचीत में पीड़ित महिला के एक चाचा ने कहा कि परिवार के सदस्यों को नहीं पता था कि वह विवाहेतर रिश्ते में थी।

अधिकारी ने बताया कि ऐसा संदेह है कि अंसारी के परिवार के सदस्यों ने हमला किया है। अधिकारी ने कहा कि अंसारी, जो अब फरार है, की पहचान उस महिला के पति के रूप में की गई है जो हमलावरों की टीम का हिस्सा थी। उन्होंने बताया कि पीड़िता की भी किसी अन्य व्यक्ति से शादी हुई थी।

पुलिस ने बताया कि युवती को उसकी कार से बाहर निकालकर कथित रूप से एक नाबालिग ने उसकी गर्दन पर धारदार हथियार से कई बार वार किया। नाबालिग को अंसारी का बेटा बताया जा रहा है।

पुलिस के मुताबिक, लोकप्रिय भोजनालय के पास भयभीत प्रत्यक्षदर्शियों ने देखा कि खून से लथपथ महिला अपनी जान बचाने के लिए भाग रही थी और मदद के लिए चिल्ला रही थी। उन्होंने बताया कि हमलावरों ने उसका पीछा किया और उसे एक दीवार से सटाकर उसपर हमला जारी रखा।

पुलिस के मुताबिक, नाबालिग लड़के के साथ उसकी मां और एक 22 वर्षीय युवक भी था, जो एक अलग वाहन में दोनों का कथित तौर पर पीछा कर रहे थे।

पुलिस ने अपनी शुरुआती जांच के दौरान पाया कि हमलावरों ने अंसारी की कार में लगे जीपीएस ट्रैकर के जरिए उसका पीछा किया था।

अधिकारी ने बताया, “यह हत्या सुनियोजित प्रतीत होती है। अंसारी का बेटा उनकी गतिविधियों पर नजर रख रहा था।”

विपक्ष ने इस घटना पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए पश्चिम बंगाल में महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल उठाए और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा देने की मांग की।

भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने इस घटना की तुलना आरजी कर अस्पताल में दुष्कर्म और हत्या की घटना से करते हुए कोलकाता पुलिस को ‘अक्षम’ और ‘चापलूस’ करार दिया।

उन्होंने कहा, “विफल मुख्यमंत्री (ममता बनर्जी) कृपया प्रतिक्रिया दें और इस्तीफा दें! एक युवती का खुलेआम सड़क पर पीछा किया गया और उस पर धारदार हथियार से बेरहमी से हमला किया गया, फिर भी उनके नेतृत्व में काम कर रही अक्षम और चाटुकार कोलकाता पुलिस तत्काल कोई कार्रवाई करने में विफल रही?”

तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के वरिष्ठ सांसद सुदीप बंद्योपाध्याय ने कहा कि कोलकाता की कानून व्यवस्था ‘देश में सबसे अच्छी स्थिति में है।’ उन्होंने कहा, “बयान देने से पहले भाजपा को अपने शासित राज्यों में कानून व्यवस्था की स्थिति पर गौर करना चाहिए। महाकुंभ (भगदड़ की घटना) में क्या हुआ, यह देखिए। कोलकाता की घटना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है, लेकिन पुलिस ने दोषियों को पकड़ लिया है।”

भाषा जितेंद्र संतोष

संतोष