पुलिस अधीक्षक कार्यालय के बाहर महिला ने किया हंगामा, न्यायिक हिरासत में भेजा गया

पुलिस अधीक्षक कार्यालय के बाहर महिला ने किया हंगामा, न्यायिक हिरासत में भेजा गया

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  • Publish Date - December 12, 2024 / 08:53 PM IST,
    Updated On - December 12, 2024 / 08:53 PM IST

रायबरेली (उप्र), 12 दिसंबर (भाषा) रायबरेली जिले में एक महिला ने पारिवारिक विवाद को लेकर पुलिस अधीक्षक (एसपी) कार्यालय के बाहर हंगामा किया जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।

समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने इस मुद्दे पर उत्तर प्रदेश सरकार पर हमला करते हुए कहा कि सरकार के विफल होने के कारण शिकायतकर्ताओं को जेल भेजा जा रहा है।

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि बुधवार को कोतवाली नगर क्षेत्र के बस्तेपुर निवासी रचना मौर्य नामक महिला पारिवारिक संपत्ति के विवाद के समाधान की मांग को लेकर एसपी कार्यालय पहुंची और हंगामा शुरू कर दिया।

अधिकारियों के अनुसार पुलिसकर्मियों ने महिला को समझाने की कोशिश की मगर वह नहीं मानी और वहां मौजूद पुलिस अफसरों और अन्य लोगों से अभद्रता करने लगी। स्थिति तब और बिगड़ गई जब रचना ने कथित तौर पर पुलिसकर्मियों पर अपना सामान फेंका और बीच-बचाव करने की कोशिश करने आए वरिष्ठ अधिकारियों के प्रति भी अभद्र भाषा का इस्तेमाल जारी रखा।

महिला थाना प्रभारी किरण भास्कर ने बताया कि उन्होंने मामले को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाने का प्रयास किया, लेकिन महिला ने उनसे गाली-गलौज और हाथापाई की। इसके बाद पुलिस ने उसे हिरासत में लेने के लिए आवश्यक बल प्रयोग किया।

बाद में, रचना के खिलाफ कोतवाली नगर थाने में एक प्राथमिकी दर्ज की गई और उसे मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया, जिसने उसे छह दिन के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया।

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस घटना को लेकर सरकार की आलोचना की है। उन्होंने ‘एक्स’ पर कहा, ”फरियादियों को जेल, सरकार फेल।”

उन्होंने महिला को हिरासत में लेते समय पुलिसकर्मियों द्वारा घसीटे जाने की अखबार में छपी खबर और फोटो की कतरन भी पोस्ट की।

स्थानीय पुलिस ने कहा है कि यह कार्रवाई व्यवस्था बनाए रखने और अधिकारियों और जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए की गई थी।

उन्होंने कहा कि मामले में आगे की जांच जारी है।

भाषा सं. सलीम नोमान

नोमान