नई दिल्ली: संसद के शीतकालीन सत्र, 2023 की शुरुआत से पहले, रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में सदन में विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ सरकार ने आज यहां एक बैठक की। केन्द्रीय संसदीय कार्य मंत्री श्री प्रल्हाद जोशी ने शुरुआत में बताया कि संसद का शीतकालीन सत्र सोमवार, 4 दिसम्बर, 2023 को शुरू होगा और सरकारी कामकाज की अनिवार्यता को ध्यान में रखते हुए, सत्र शुक्रवार, 22 दिसम्बर, 2023 को समाप्त हो सकता है। सत्र की 19 दिनों की अवधि के दौरान 15 बैठकें होंगी। उन्होंने यह भी बताया कि इस सत्र के दौरान अस्थायी रूप से विधायी कार्य के 19 विषयों और 2 वित्तीय विषयों पर चर्चा होने की संभावना है।
केन्द्रीय संसदीय कार्य मंत्री ने कहा कि प्रक्रिया के नियमों के अंतर्गत संबंधित पीठासीन अधिकारियों द्वारा अनुमति दिए गए किसी भी मुद्दे पर सरकार सदन में चर्चा कराने के लिए हमेशा तैयार है। उन्होंने संसद के दोनों सदनों के सुचारु कामकाज के लिए सभी दलों के नेताओं से सक्रिय सहयोग और समर्थन का भी अनुरोध किया। इस बैठक में विधि और न्याय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार); संसदीय कार्य राज्य मंत्री और संस्कृति मंत्रालय में राज्य मंत्री श्री अर्जुन राम मेघवाल भी उपस्थित थे।
संसद के दोनों सदनों के विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं द्वारा उठाए गए मुद्दों को सुनने के बाद बैठक का समापन करते हुए रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने बैठक में महत्वपूर्ण मुद्दे उठाने के लिए नेताओं को धन्यवाद दिया और कहा कि सरकार संबंधित सदनों के नियमों के अनुसार और संबंधित पीठासीन अधिकारियों की अनुमति से इन सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार है। कुल मिलाकर, बैठक में तेईस राजनीतिक दलों के तीस (30) नेताओं ने भाग लिया।
4 दिसंबर से संसद का शीतकालीन सत्र शुरू होगा। कुल 15 बैठकें होंगी। हमनें आज सर्वदलीय बैठक बुलाई थी। बैठक में 23 पार्टियां और 30 नेता शामिल हुए। शून्यकाल नियमित रूप से होता रहा है। हमनें अनुरोध किया कि रचनात्मक बहस के लिए अच्छा माहौल बनाए रखा जाना चाहिए। चर्चा नियमों और प्रक्रियाओं… pic.twitter.com/5EAegj32ge
— Pralhad Joshi (@JoshiPralhad) December 2, 2023