नयी दिल्ली, आठ दिसंबर (भाषा) दिल्ली शहरी आश्रय सुधार बोर्ड (डीयूएसआईबी) ने बेघर लोगों को सर्द रातों में आश्रय मुहैया कराने के लिए 235 पैगोडा टेंट तैयार किए हैं। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
दिल्ली सरकार की 15 नवंबर को जारी की गई शीतकालीन कार्य योजना 2024-25 के अनुसार कुल 250 टेंट लगाए जाने हैं। शेष 15 टेंट आपात स्थिति में लगाए जाएंगे।
एक अधिकारी ने कहा, ‘‘प्रत्येक टेंट में गद्दे, कंबल, शौचालय और स्वास्थ्य जांच सेवाओं जैसी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध हैं, साथ ही दिन में तीन बार भोजन भी मुहैया कराया जाएगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘सुरक्षा उपाय के तहत प्रत्येक टेंट के लिए तीन गार्ड नियुक्त किए गए हैं जो आठ घंटे की पाली में काम करेंगे।’’
उन्होंने कहा कि इन टेंट में रहने वाले बेघरों के लिए गीजर जैसी सुविधाएं भी प्रदान की जा रही हैं।
दिल्ली में शनिवार को तापमान 7.1 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया और इस मौसम की सबसे ठंडी रात दर्ज की गई।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, रविवार को शहर में न्यूनतम तापमान आठ डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया और दिन में बारिश होने का अनुमान है।
डीयूएसआईबी पहले से ही राष्ट्रीय राजधानी में 197 आश्रय स्थल संचालित कर रहा है, जिनकी कुल क्षमता 7,092 लोगों की है। अधिकारी ने बताया कि अतिरिक्त टेंट के साथ, क्षमता और भी बढ़ जाएगी।
उन्होंने कहा, ‘‘सरकार ने 15 नवंबर 2023 से 15 मार्च 2025 तक इस पहल के कार्यान्वयन के लिए तीन करोड़ रुपये आवंटित किए हैं।’’
योजना के तहत ‘सोशल मोबिलाइजेशन एजेंसी’ और गैर सरकारी संगठनों के सहयोग से 16 बचाव दल बनाए जा रहे हैं। अधिकारी ने बताया, ‘‘ये दल रोजाना रात 10 बजे से सुबह चार बजे तक काम करेंगे और खुले स्थानों या सड़क किनारे सो रहे लोगों को रैन बसेरों तक लाएंगे।’’
उन्होंने बताया कि जरूरत के हिसाब से अस्पतालों तक भी पहुंचाएंगे।
लोग ‘रैन बसेरा’ मोबाइल ऐप पर तस्वीरें डालकर बेघर लोगों के बारे में अधिकारियों को सूचित कर सकते हैं। यह ऐप तत्काल सहायता के लिए ‘ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम’ (जीपीएस) के माध्यम से उस स्थान का पता लगाने में मदद करेगा जहां बेघर व्यक्ति है।
अधिकारी ने कहा, ‘‘डीयूएसआईबी के सीईओ के नेतृत्व में एक संयुक्त समिति योजना के सुचारू कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए स्वास्थ्य, नगर निगमों और पुलिस सहित विभिन्न विभागों के बीच समन्वय कर रही है।’’
भाषा खारी प्रशांत
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